PATNA : पारस एचएमआरआई सुपर स्पेशिलिटी हॉस्पिटल पटना ने अपने यहाँ भर्ती मतदाता मरीजों तथा उनके परिजनों को पाटलिपुत्रा तथा पटना साहेब संसदीय क्षेत्रों में मतदान कराने की अनूठी योजना के तहत रविवार को मरीज प्रदीप कुमार रजक को तथा परिजन स्वेता कुमारी को मध्य विद्यालय, चानपुर, मसौढ़ी, तरेंगना और मरीज नूरूल होदा को सदीसोपुर पटना, बिहार पर वोट डलवाया। वैसे ही मरीजों को मतदान कराने के लिए ले जाया गया जो अस्पताल से बाहर ले जाने की स्थिति में थे। गंभीर तथा आईसीयू में भर्ती मरीजों को नहीं ले जाया गया। इससे पहले शनिवार 18 मई को डेमोक्रैसी पर्व मनाया गया। इसके लिए हॉस्पिटल परिसर ने हर जगह कल वोट देने के लिए पोस्टर लगाये गए थे।
इस मौके पर हॉस्पिटल के रिजनल डायरेक्टर डॉ. तलत हलीम ने कहा कि बिहार में अंतिम चरण के चुनाव के मौके पर हमारी (पारस) यह जिम्मेवारी बनती है कि हम वोट करने के इच्छुक सभी मरीजों को वोट कराने ले जाएं लेकिन स्वास्थ्य कारण को लेकर हम ऐसा नहीं कर सकते। फिर भी हमने डेमोक्रैसी पर्व मनाकर वोटरों में जागरूकता पैदा की है।
डॉ. हलीम ने बताया कि डॉक्टर, नर्स तथा पारा मेडिकल स्टाफ से लैस एम्बुलेंस में मरीजों को ले जाया गया। इन मरीजों से वोट दिलवाने के लिए जिला प्रशासन ने ग्रीन कॉरिडोर का निर्माण कराया था ताकि उनके पहुंचते ही अतिशीघ्र उनका वोट पड़ जाये। मरीज मतदाताओं से वोट दिलवाने के लिए पारस हॉस्पिटल प्रबंधन करीब 25 दिन पहले से अपनी तैयारी शुरू कर चुका था। प्रत्येक मरीज से मतदान करने के लिए उनकी सहमति ली गयी। उन्होंने कहा कि मरीज मतदाताओ को मतदान कराने पर पारस हॉस्पिटल को अतिरिक्त व्यय करना पड़ा, लेकिन देश के लोकतंत्र के हित की खातिर यह खर्च उठाना कोई बड़ी चीज नहीं है। डॉ. हलीम ने कहा कि जब विदेश से आकर भारतीय मतदाता अपना मतदान करते हैं तो हम अपने हॉस्पिटल में भर्ती मतदाता मरीज के लिए इतना भी नहीं कर सकते क्या। पारस के इस कदम की जिला निर्वाची पदाधिकारी रवि कुमार ने सराहना की। इसके अलावा कई सामाजिक कार्यकर्ताओं ने भी इस कदम की तारीफ की है।