SITAMARHI : सीतामढ़ी के परिहार प्रखण्ड का लहुरिया पंचायत बीते दो तीन महीने से बरसात और बाढ़ का दंश झेल रहा है। सैकड़ों एकड़ में लगा धान का फसल पूरी तरह से बर्बाद हो चुका है। लोगों के घरों में पानी घुस जाने की वजह से निकलना भी मुश्किल हो गया है। लोगों को सरकार के द्वारा अब तक सिर्फ दो किलो चूड़ा और चीनी ही एक बार मिल पाया है। जानवरों के चारा के लिये भी लोगों को काफी मशक्कत करना पड़ रहा है।
स्थानीय लोगों की माने तो वे सारा इल्जाम स्थानीय प्रशासन पर लगा रहे हैं। लोग बताते हैं की पिछले कई महीनों से मरहा नदी में बांध का काम चल रहा था। अब तक तीन ठेकेदार काम छोड़कर भाग चुके हैं। स्थानीय मजदूर का भी पैसा लेकर भाग गए है।
ग्रामीणों ने बताया की अगर वक्त रहते इन लोगों ने बांध का मरम्मत कर दिया होता तो नदी अपना रुख नहीं मोड़ती और इतनी परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ता। इसमें साफ तौर से बांध को बना रहे जेई,इंजीनियर और ठेकेदारों की लापरवाही की वजह से काम पूरा नहीं हो सका। लोगों ने आरोप लगाया की बाढ़ आने से पहले इस मामले में तैयारी की गयी होती तो ऐसी स्थिति नहीं होती।
सीतामढ़ी से आदित्यानंद आर्य की रिपोर्ट