लोकसभा में जम्मू कश्मीर राज्य पुनर्गठन विधेयक लोकसभा से पास हो गया है। बिल के समर्थन में 366 वोट पड़े और विपक्ष में 66 वोट पड़े। इससे पहले लोकसभा में चर्चा का जवाब देते हुए गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि कश्मीरी पंडितों, सूफी संतों के मानव अधिकार नहीं थे जिन्हें कश्मीर से बाहर निकालकर फेंक दिया गया. 370 के समर्थक दलित, आदिवासी, महिला, शिक्षा के विरोधी हैं.
अमित शाह ने कहा कि इसे हटाने का समर्थन करने वाले आतंकवाद विरोधी है और मेरी सरकार इसका समर्थन नहीं कर सकती. शाह ने कहा कि सभी प्रदेशों की तरह पहली बार जम्मू कश्मीर को भी आजादी के बाद अधिकार दिए जा रहे हैं.
गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि अगर तीन परिवारों के नाम बता दूंगे तो तिलमिला जाएंगे, पूरा देश जानता है कि वो कौन तीन परिवार हैं. गृह मंत्री ने कहा कि जल कल्याण का जो पैसा केंद्र से गया उससे जनता का पूरा विकास नहीं हुआ क्योंकि 370 की वजह से भ्रष्टाचार चलता रहा. यह पैसा कहा गया, इसी 370 को ढाल बनाकर भ्रष्टाचार करने का काम वहां के नेताओं ने किया है.
अमित शाह ने कहा कि आतंकवाद का मूल गरीबी नहीं है, गरीब देश का वफादार होता है कभी हाथ में हथियार नहीं उठाता. धारा 370 का दुष्प्रचार हुआ जिससे वहां आतंकवाद बढ़ता चला गया, लोगों को बरगलाया गया और वहां की जनता को गरीबी के अलावा कुछ नहीं मिला. देशभर के बाकी राज्यों में आतंकवाद क्यों नहीं पनपा क्योंकि वहां 370 नहीं थी जो अलगाववाद का मूल पैदा करती थी.