Desk. संसद के शीतकालीन सत्र का आज पहला दिन है. पहले दिन लोकसभा में कृषि कानून वापसी बिल पेश किया गया. यह बिल कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने पेश किया, जो पास हो गया है. वहीं इस पर चर्चा को लेकर विपक्ष ने हंगामा भी किया. बता दें कि देश के नाम संबोधन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कृषि कानून वापसी का ऐलान किया था. इसके बाद केंद्रीय कैबिनेट की बैठक में इसे मंजूरी दी गयी. वहीं आज लोकसभा में कृषि कानून वापसी बिल पास हो गया है.
संसद के शीतकालीन सत्र की कार्यवाही शुरू होने से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राजनीतिक दलों से शांति और मर्यादा बनाए रखने की अपील की. पीएम मोदी ने कहा कि संसद में सवाल हो, लेकिन शांति भी बनी रहे. हमारी पहचान इस बात से हो कि हमने सदन में कितने घंटे काम किया, न कि इस बात से कि सदन में किसने कितना जोर लगाकर संसद को रोका. प्रधानमंत्री का इशारा विपक्ष के हंगामे की तरफ था.
विपक्षों ने किया हंगामा
वहीं लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला ने विपक्ष से कहा कि आप चर्चा चाहते हैं तो हम वो करवाने को तैयार हैं, लेकिन विपक्ष ने नारेबाजी जारी रखी. इसके बाद लोकसभा की कार्यवाही दोपहर 2 बजे तक स्थगित कर दी गई. वहीं कृषि कानूनों की वापसी की मांग को लेकर कांग्रेस ने संसद परिसर में धरना दिया. इसमें कांग्रेस की कार्यवाहक अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल समेत पार्टी नेता शामिल हुए.
पीएम ने किया कानून वापसी का किया था ऐलान
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के नाम संबोधन में कृषि कानून वापस लेने का ऐलान किया था. उन्होंने कहा कि हम कुछ किसानों को समझा नहीं पाये, इसलिये यह कानून वापस लेने की घोषणा करता हूं. तब इसे पांच राज्यों में हो रहे चुनाव को लेकर भाजपा का मास्टर स्ट्रोक के रूप में देख गया था, लेकिन पीएम की घोषणा के बाद भी संयुक्त किसान मोर्चा किसान आंदोलन खत्म करने के मूड में नहीं है. किसान संगठन एमएसपी गारंटी कानून की मांग को लेकर अड़े हुए हैं.