DESK. चिराग पासवान के हाजीपुर दौरे के बाद अब चाचा पशुपति कुमार पारस को को भी हाजीपुर याद आयी है. 20 अगस्त को केंद्र मंत्री पशुपति कुमार पासर दिल्ली से पटना आएंगे. इस दौरान वे हाजीपुर भी जाएंगे और बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण कर बाढ़ पीड़ितों से मिलेंगे. इसके लिए उनके समर्थकों ने तैयारी भी शुरू कर दी है. वहीं लोजपा में टूट के बाद चिराग का ध्यान हाजीपुर में ज्यादा है. इसके तहत उन्होंने पहले हाजीपुर से आशीर्वाद यात्रा की शुरूआत की थी. इसके बाद 15 अगस्त को उन्होंने चाचा के लोकसभा क्षेत्र हाजीपुर का दौर कर बाढ़ पीडि़तों से मिले थे.
बता दें कि लोकसभा चुनाव 2019 में सांसद बनने के बाद मात्र एक बार ही पशुपति कुमार पारस हाजीपुर गए थे. अब 2021 है और वह दूसरी बार अपने संसदीय इलाके में जाएंगे. गंगा नदी में बढ़े जलस्तर की वजह से हाजीपुर के शहरी इलाके के साथ-साथ ग्रामीण इलाका भी बाढ़ की चपेट में आ चुका है. संसदीय इलाके के कई ब्लॉक डूब गए हैं. बाढ़ की वजह से बड़ी आबादी प्रभावित हो गई है. वहीं बाढ़ प्रभावित लोगों तक मदद पहुंच सके, इसलिए दो दिनों पहले ही उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को एक पत्र लिखा है.
बात दें कि पार्टी में टूट के बाद से चिराग पासवान काफी एक्टिव हुए हैं. बिहार के अलग-अलग जिलों में घूम कर वो जनता से अपने लिए आशीर्वाद मांग रहे हैं. संसदीय क्षेत्र जमुई से भी ज्यादा ध्यान उनका पारस चाचा के संसदीय क्षेत्र हाजीपुर पर है. आशीर्वाद यात्रा की शुरुआत के लिए भी उन्होंने उसी क्षेत्र को चुना. फिर 15 अगस्त को वो नाव से हाजीपुर और उसके आसपास के इलाकों में बाढ़ पीड़ितों के बीच पहुंच गए. हालचाल पूछने के साथ-साथ अपनी तरफ से सूखा राशन भी उपलब्ध कराया.
चिराग के ये कदम पारस गुट के नेताओं को फूटी नजर भी नहीं सुहा रहे हैं. पारस गुट का कहना है कि चाचा के संसदीय क्षेत्र में तो चिराग एक महीने से घूम रहे हैं. उन्हें अपने क्षेत्र की जनता का ख्याल रखना चाहिए था. आने वाले लोकसभा चुनाव को ध्यान में रख कर चिराग हाजीपुर में कहीं अपने लिए फील्ड तो नहीं सेट कर रहे?