PATNA: बिहार में अपराधियों ने अपना ट्रेंड बदल लिया है।अपराधी सोना लूट को सबसे सेफ मानने लगे हैं।आखिर मानें भी तो क्यों नहीं,क्यों कि पुलिस लूट के सोना में से कुछ फीसदी बरामद कर अपना ड्यूटी पूरी जो कर लेती है। अपराधियों ने अबतक जितनी जगह सोना लूटे हैं,अधिकांश में पुलिस लूट का सोना बरामद करने में विफल रही है। बिहार की तेजतर्रार पुलिस लूटे गए सोना में से छटांक भर सोना बरामद कर ऱणवीर साबित करने में जुट जाती है।नीचे से लेकर पुलिस मुख्यालय तक के अधिकारी अपने मुंह मियां मिट्ठू बनते दिखने लगे हैं। लूटे गए सोना में से कुछ फीसदी सोना बरामद कर पुलिस सवाल उठाने वालों का सिर्फ मुंह बंद करती है।लेकिन हकीकत यही है कि जिलों की बात छोड़िए नीतीश सरकार के नाक के नीचे पटना के पंचवटी रत्नालय से दिनदहाड़े करीब पांच करोड़ के सोना में से अब तक पुलिस ने महज बीस फीसदी सोना हीं बरामद कर सकी है।
21 जून को 5 करोड़ के गहनों की हुई थी लूट
21 जून को पंचवटी रत्नालय में दिनदहाड़े डकैती की घटना को अंजाम दिया गया था। अपराधी 4-5 करोड़ के जेवर और 13 लाख नगद लूटकर भागे थे। इस घटना के बाद बिहार पुलिस की भारी किरकिरी हुई थी।बताया जाता है कि राजधानी में दिनदहाड़े अबतक की हुई सबसे बड़ी लूट के बाद सुशासन के मुखिया ने कड़ी नाराजगी जताई थी।इसके बाद पुलिस अपराधियों की धर-पकड़ के लिए डीआईजी और एसएसपी ने विशेष टीम का गठन किया। अपराधियों का हुलिया और कई बिंदुओं पर अनुसंधान के बाद गिरोह की पहचान हुई। इसमें डकैती के पहले और बाद में अपराधियों की गतिविधियों से भी उनकी संलिप्तता के प्रमाण मिले। पुलिस के मुताबिक इस वारदात में दस अपराधियों के नाम सामने आए.
5 करोड़ के गहनों में महज 1 करोड़ का गहना मिला
पटना पुलिस की भद्द पिटने के बाद पुलिस ने आठ दिनों बाद यानि 1 जुलाई को पंचवटी रत्नालय में हुई डकैती का मास्टरमाइंड रवि गुप्ता के साथ उसके दो साथियों को भी गिरफ्तार किया.पुलिस ने अपराधियों की निशानदेही पर सवा तीन किलो सोना बरामद कर लिया । सवा किलो चांदी के आभूषण और तीन सौ ग्राम कीमती रत्न भी मिले ।लूट के बीस फीसदी गहना मिलने के बाद पुलिस मुख्यालय ने प्रेस कांफ्रेंस आयोजित कर अपने आप को रणवीर साबित करने में जुटी रही।लेकिन इतने दिन बाद भी बाकि के 80 फीसदी यानि चार करोड़ के गहनों का कोई अता-पता नहीं है। पुलिस के अधिकारी अब इस बिंदू पर बात करना भी मुनासिब नहीं समझते।पुलिस अब इस केस को रद्दी की टोकरी में डाल दी है।तभी तो इतने दिन बाद भी कार्रवाई के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति हुई है। पंचवटी रत्नालय के मालिक भी अब मान कर चल रहे कि बाकी का गहना अब मिलने वाला नहीं।
हाजीपुर में लूटा गया 55 किलो सोना का पता नहीं
हाजीपुर में 23 नवंबर को अपराधियों ने लगभग 55 किलो सोना लूट लिया था।हाजीपुर के सिनेमा रोड स्थित मुथुट फाइनेंस कंपनी में 8 की संख्या में आये हथियारबंद अपराधियों लूट की बड़ी घटना को अंजाम दिया था। अपराधी तकरीबन 55 किलो सोना लूट कर फरार हो गए घटना के बाद से इलाके में सनसनी का माहौल व्याप्त हो गया. यह अबतक की सबसे बड़ी लूट है। इसके पहले इसी साल फरवरी महीने में अपराधियों ने मुजफ्फरपुर के भगवानपुर से इसी कंपनी का 32 किलो सोना लूट लिया था।
32 किलो सोना लूटकर हुए थे फरार
बता दें कि सदर थाना क्षेत्र के भगवानपुर स्थित मुथूट फाइनेंस कंपनी के कार्यालय में इसी साल फरवरी महीने में दिनदहाड़े घुसे छह अपराधियों ने बड़ी लूट को अंजाम दिया था।लूटेरों ने पिस्टल के बल पर कर्मचारियों को कमरे में बंद कर दिया और मैनेजर को घायल कर पांच बैग में भरे सोने के जेवरात व दो लाख रुपये लेकर भाग निकले।मुथूट फाइनेंस कंपनी के कार्यालय में एकाउंट खोलवाने व ऋण लेने की बात कहते हुए दोपहर 12 बजे दो युवक पहुंचे। इसी दौरान कंपनी कार्यालय के बाहर चार अन्य अपराधी गार्ड मनोज कुमार को पीटने लगे। कार्यालय में काम कर रही एक महिला कर्मचारी ने सीसीटीवी कैमरे से गार्ड की पिटाई का दृश्य देखा तो शोर मचाना शुरू कर दिया।
शोर सुनकर चारों अपराधी गार्ड को छोड़ कार्यालय के अंदर घुस आए। मैनेजर विनय कुमार के सिर पर पिस्टल सटा लॉकर की चाबी मांगी। उन्होंने इन्कार किया तो पिस्टल के बट से प्रहार कर घायल कर दिया और लॉकर की चाबी ले ली। अन्य कर्मचारी विरोध में आए तो पिटाई करते हुए कार्यालय के अंदर के कमरे में बंद कर दिया। इतनी बड़ी लूट के बाद बिहार पुलिस के आलाधिकारियों के हाथ-पांव फूलने लगे।चूंकि इतनी बड़ी लूट उस समय की सबसे बड़ी लूट थी।लिहाजा डीजीपी से लेकर एसपी तक के हाथ-पांव फूलने लगे।
32 किलो में 25 किलो सोना हीं हुआ था बरामद
लूट के पांच दिनों बाद मुजफ्फरपुर पुलिस ने मुथूट फायनेंस के ऑफिस से हुए 10 करोड़ के सोना की लूट के मामले का पुलिस ने खुलासा का दावा किया। पुलिस ने पांच अपराधियों को गिरफ्तार करते हुए उनके पास से लूटे गए 25 किलो से अधिक सोना को भी बरामद कर लिया है। तब डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय ने इसे बिहार पुलिस की बड़ी कामयाबी बताया था।हालांकि लूट के करीब पांच किलो से अधिक का सोना बरामद करने में पुलिस अब तक विफल रही है।
हालांकि अपवाद स्वरूप बिहार पुलिस ने बेगूसराय से लूट का सोना को सिर्फ बरामद हीं नहीं किया बल्कि लूट से अधिक सोना बरामद किया था।