पटना : कोरोना जैसी महामारी में भी पटना के कुछ मुखिया ऐसे हैं जिनका दिल नहीं पसीजा और इस दौर में भी वो माल पीने में लगे रहे.कोरोना काल में संक्रमण से बचाव के लिए दिए गए सरकारी आदेशों का भी पटना वाले मुखिया नहीं मानते हैं.
अब तक नहीं बंटा मास्क और साबुन
कोरोना काल में संक्रमण से बचाव के लिए दिए गए सरकारी आदेशों के पालन में भी पंचायती राज के प्रतिनिधि कोताही बरत रहे हैं. इसका खामियाजा पटना जिले के 322 में 131 पंचायतों को भुगतना पड़ रहा है. इनमें से अधिकतर गांवों में मास्क और साबुन अबतक वितरित नहीं किया गया है. पंचायती राज कार्यालय ने मुखिया को इसके लिए दोषी मानते हुए स्पष्टीकरण मांगा है.
अफसरों का आदेश ठेंगे पर रखते हैं ये मुखिया
पंचायती राज विभाग के प्रधान सचिव द्वारा 11 मई को ही पत्र जारी कर जीविका से खरीद कर गांवों में मास्क वितरित करने का निर्देश दिया गया था. इसके बाद पंचायती राज कार्यालय ने 12 मई,3 और 6 जून को भी को भी पत्र भेजकर पंचायतों के मुखिया को जीविक या खादी संगठनों से मास्क खरीदकर वितरित करने का आदेश दिया था .
लेकिन इसके वावजूद भी अथमलगोला के पांच, बख्तियारपुर के 11, बाड़ के चार, बेलछी के एक, घोसवरी के पांच, दनियावां के चार, फतुहा के 15,खुसरुपुर के दो, पंडारक के 8, दानापुर के छह, दुल्हिन बाजार के 8, मनेर 18, नौबतपुर के 8, फुलवारीशरीफ के 11, संपतचक के तीन और मसौढ़ी के 12 पंचायतों के मुखिया ने मास्क और साबुन नहीं खरीदा.यही नहीं ये मुखिया लगातार सराकरी आदेशों को ठेंगा दिखा रहे हैं. 26 जून को फिर से इन मुखियाओं से स्प्ष्टीकरण मांगा गया लेकिन इसका भी इन पंचायत के मुखियाओं ने जवाब नहीं दिया.