पटना: आंखें मानव शरीर का महत्वपूर्ण अंग है.जिसके बिना आप जीने की कल्पना नहीं कर सकते हैं. पर यदि आपकी आंखे बीमार हो जाए तो बहुत बड़ी परेशानियों का सामना करना पड़ जाता है. पहला तो ये कि इलाज महंगा होता है और इसके लिए भी आपको मेट्रोपोलिटन सिटी की तरफ रुख करना पड़ता है. पर अब आपको इलाज के लिए बाहर जाने की जरुरत नहीं पड़ेगी. क्योंकि अब पटना में भी नवीन तकनीक से नेत्र प्रत्यारोपण समेत अन्य इलाज संभव है.
उक्त बातें डॉ. हिमांशु शेखर ने आरा की कुमारी देवी के सफल कॉर्निया ट्रांसप्लांट के बाद प्रेस को संबोधित करते हुए कहा. यह जटिल प्रत्यारोपण प्रक्रिया को खुद हिमांशु शेखर ने किया। प्राइवेट हॉस्पिटल में इस तरह का पहला सफल प्रत्यारोपण हुआ है. यह प्रत्यारोपण प्रक्रिया ईसीएचएस स्कीम के तहत की गई है, उक्त महिला में लगाया गया कॉर्निया ए एस जी हॉस्पिटल जोधपुर के आई बैंक से मंगवाई गई थी. इस मौके पर अपनी आंखें रोशन होता देख 69 वर्षीय कुमारी देवी ने कहा दुनिया की खूबसूरती अब मैं भी देख पाऊंगी मेरे लिए यह स्वर्ग के समान है. उन्होंने हॉस्पिटल परिवार को अपना धन्यवाद देते हुए शुभकामनाएं भी दी. डॉ. शेखर ने बताया कि ए एस जी पटना को बिहार सरकार द्वारा नवीनतम पद्धति के साथ नेत्र प्रत्यारोपण करने की अनुमति मिल गयी है.
गौरतलब है कि ए एस जी नेत्र चिकित्सालय भारत का अग्रणी नेत्र चिकित्सालय है। इसकी भारत में 23 शहरों में 27 आई हाॅस्पिटल एवं दो डेन्टल हाॅस्पिटल है। एक अफ्रीका तथा एक नेपाल में है। ए एस जी ग्रुप ऑफ आई हाॅस्पिटल के डायरेक्टर डाॅ. अरूण सिंघवी एवं डा.शशांक गंग ने इसकी शुरूआत वर्ष 2005 में राजस्थान के जोधपुर शहर से की थी। आज देश भर में दिल्ली एम्स के सिनियर नेत्र सर्जनों द्वारा देश के विभिन्न शहरों में ए एस जी आई हाॅस्पिटल अपनी उच्च गुणवत्ता वाली सेवायें प्रदान कर रहा है। ए एस जी पटना में वर्ष 2013 में अपनी सुपरस्पेशलिटी सेवायें प्रदान कर रहा है। इस मौके पर डाॅ. पंकज झा पैन इंडिया मार्केटिंग हेड (ए एस जी ग्रुप ऑफ आई हाॅस्पिटल) ने बताया कि आगामी आने वाले समय में ए एस जी आई हाॅस्पिटल की भारत के लगभग प्रत्येक राज्य में विश्व की नवीनतम टेक्नोलोजी और भारत के सर्वश्रेष्ठ डाॅक्टरों द्वारा हम समाज के हर तपके लिए उच्चस्तरीय आंखों का इलाज उपलब्ध कराऐंगे