पटना : बिहार में बिहार में कोरौना के संक्रमण को फैलने से बचाने के लिए सरकार से लेकर प्रशासन तक के द्वारा कई कदम उठाए जा रहे हैं ।लेकिन मुंगेर के मृतक कि की चेन आए 11 लोगों में से दो पटना के जिस मोहल्ले के थे उस मोहल्ले का रास्ता बंद कर दिया गया है।
अब खेमनी चक में आप प्रवेश नहीं कर सकते। जी हां पटना बाईपास में स्थित शरणम हॉस्पिटल के दो कर्मचारियों के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद उस मुहल्ले को अति संवेदनशील घोषित करते हुए प्रशासन ने वहां जाने पर पाबंदी लगा दी है।
खेमनीचक में जाना मना है
इस मोहल्ले के 2 लोग कोरौना पॉजिटिव पाए गए हैं। अतः प्रशासन ने खेमनी चक जाने का रास्ता बंद कर दिया है ।प्रशासन के द्वारा इसे अति संवेदनशील घोषित करते हुए इस मोहल्ले की सड़कों पर ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव किया जा रहा है। तथा करीब करीब घरों को सैनिटाइज किया जा रहा है। इतना ही नहीं शरणम अस्पताल के जिन दो कर्मियों को कोरोना पॉजिटिव पाया गया है उनके परिवार वालों को अशोका होटल में क्वॉरेंटाइन रखा गया है।
लेकिन एक खबर यह भी आ रही है की शरणम में अस्पताल के जो कर्मचारी पटना के जिस मकान में रहते थे उन्हें आइसोलेशन वार्ड में रखा गया हैं ।उन्हें यह कहा जा रहा है कि आप घर नहीं आए ।यानी शरणम के कर्मियों को मकान मालिकों के द्वारा आईशोलेशन पीरियड पूरा करने के बाद भी घर से दूर रहने को कहा जा रहा है ।बता दें कि मुंगेर के मृतक कि चेन में आए 11 लोगों में से 3 शरणम अस्पताल के हैं उसमें से दो खेमनी चक में रहते थे।