पटना : राजधानी पटना समेत आसपास के इलाकों में सुखे नशे के कारोबार से जुड़े हर लोग जानते हैं कि इस धंधे रियल मास्टर माउंड कौन है. राधा ऊर्फ भाभी जी...ड्रग्स के काले कोरोबारी और उसके शौकीन लोग भाभी जी के नाम से अच्छी तरह वाकिफ हैं. पटना में भाभीजी ने कई गुर्गे पाल रखे हैं जो इसके लिए मोटी रकम पर डिलीवरी का काम करते हैं.
लॉकडाउन के बाद अब फिर से एक्टिव होने की कोशिश
लॉकडाउन के दौरान पटना में नशे के कारोबारी में रोक लगी. इस रोक ने भाभी जी के गैंग के कमर तोड़ कर रख दी. लेकिन अब ढील मिलते ही भाभी जी जेल से ही अपने गुर्गों को एक्टिव करने में लग गई है. वो फिर से पटना में नशे के कारोबार को फैलाने में जुटी है. ड्रग्स बेचने वाले भाभीजी गैंग के चार सदस्य पुलिस के रडार पर हैं.
भाभीजी के 'यार' को ढूंढ रही है पुलिस
ड्रग्स बेचने वाले भाभीजी गैंग के चार सदस्य पुलिस के रडार पर हैं.सूत्रों की मानें तो उनकी तलाश में पटना के कई इलाकों में ताबड़तोड़ छापेमारी की जा रही है. भाभीजी और उसके गैंग का सदस्य अभिमन्यु फिलहाल जेल में बंद हैं। लॉकडाउन के दौरान बाहर से ड्रग्स की खेप नहीं आने के कारण इस गिरोह की रीढ़ टूट गयी थी. लिहाजा लॉकडाउन के खुलते ही दोबारा ड्रग्स माफिया सक्रिय हो गये.
इस गिरोह में शामिल चंदन नाम के एक शातिर तस्कर की तलाश पुलिस को है. चंदन के अलावा अन्य तीन भी रडार पर हैं जिनके पिछले दिनों पटना में होने की खबर मिली थी. पुलिस पहले ही भाभीजी गैंग के आठ सदस्यों को जेल भेज चुकी है. जक्कनपुर से कई गुगों के पकड़े जाने के बाद गिरोह के सदस्यों ने अपना ठिकाना पटनासिटी के इलाके में बदल लिया है. अगर चंदन सहित अन्य पुलिस के हत्त्थे चढ़ गये तो पटना में काफी हद तक ड्रग्स के कारोबार पर रोक लगाया जा सकता है.
आपको बता दें कि 25 फरवरी 2020 को पटना के जक्कनपुर इलाके में पुलिस ने राधा देवी उर्फ भाभी जी को गिरफ्तार किया था. तब से लेकर अभी तक भाभी जी गैंग के गुर्गों की धर-पकड़ जारी है.