पटना : होली के दिन पटना में छात्र जदयू नेता की हत्या की वजहों से पर्दा उठ गया है. पटना में सरेआम हुए कन्हैया का कत्ल पोस्टरबाजी को लेकर हुई है. कन्हैया के दोस्त ने सारे वारादात की किस्सा सुनाया है
घटना के वक्त कन्हैया के साथ रहे सोनू कुमार सिंह ने बताया कि बीते मंगलवार की शाम करीब छह बजे वे लोग पटेल नगर चौराहे पर बैठे थे. उसी वक्त कुश और आशुतोष के साथ बंटी वहां पहुंचा. उसने कन्हैया से कहा कि चौराहे पर छात्र जेडीयू की ओर से लगाये गये होली शुभकामना पोस्टर में उनलागों का फोटो क्यों नहीं लगा है?
इसी बात को लेकर विवाद बढ़ गया. विवाद बढ़ते देख शास्त्रीनगर थाने में कन्हैया और उनके साथियों ने मामले की शिकायत की. लेकिन, आशुतोष वहां पहुंचकर कहने लगा कि थाने में शिकायत क्यों कर रहे हो, चलो आपस में बात कर समझौता कर लेते हैं.
आशुतोष की बातों में आकर वे लोग थाने से बाहर निकल आये. थाने से कुछ ही दूरी पर रास्ते में बंटी और कुश खड़े मिले. उनके पास पहुंचते ही कुश ने फायरिंग कर दी. कुश ने पहली गोली वहां खड़े देव सिंह पर चलायी. लेकिन, वे बच गये. फिर उसने तीन गोली कन्हैया के सीने में दाग दी. गोली लगने से कन्हैया वहीं गिर गये. कुश की अगली गोली का शिकार चंदन भारद्वाज बने. उनका इलाज पारस अस्पताल में चल रहा है.