PATNA : पटना में संदिग्ध हालात में बिहार पुलिस के जवान की लाश मिलने से सनसनी फैल गयी। पुलिसवाले की मौत को लेकर तरह-तरह की बातें हो रही हैं। मौत कैसे हुई है, इसको लेकर सस्पेंस है। हत्या या आत्महत्या में उलझकर रह गयी है राहुल कुमार सिंह की मौत।
किशोर कुणाल के बेटे का था बॉडीगार्ड
बता दें कि राहुल आचार्य किशोर कुणाल के बेटे शायन कुणाल का बॉडीगार्ड था। राहुल सरकारी बॉडीगार्ड के रूप में तैनात था। वह पिछले कई सालों से किशोर कुणाल के परिवार से जुड़ा हुआ था और उनके बेटे शायन कुणाल के साथ हरदम परछाई की तरह खड़ा रहता था। मौत कैसे हुई, यह तो जांच का विषय है लेकिन चर्चा है कि उसे जहर देकर मारा गया है। फिलहाल पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है।
दोस्त के यहां खराब हुई थी तबियत
राहुल की उम्र 25 साल थी। वह मूलरूप से भोजपुर के बरहरा का रहने वाला था। बताया जा रहा है कि वह बुधवार को पटना के बहादुरपुर इलाके में एक दोस्त के यहां गया था, जहां उसकी तबियत खराब होने के बाद उसे मगध हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। इसी हॉस्पिटल में गुरुवार की सुबह उसकी मौत हो गयी।
मौत की सूचना मिलने के बाद पुलिस मगध हॉस्पिटल पहुंची और राहुल के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए पीएमसीएच लाया गया। राहुल की मौत के बारे में सिटी एसपी ईस्ट राजेंद्र कुमार भील ने बताया कि मौत के मोटिव पर अभी कुछ भी नहीं कहा जा सकता। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने तक इंतजार करना होगा।
पिता की मौत के बाद अनुकंपा पर मिली थी नौकरी
बता दें कि राहुल को पिता की मौत के बाद अनुकंपा पर पुलिस की नौकरी मिली थी। राहुल के पिता भी बिहार पुलिस में नौकरी करते थे। सबकुछ ठीक चल रहा था, इसी बीच किसी दुर्घटना में उनकी मृत्यु हो जाती है। साल 2011 में पिता के मरने के बाद राहुल ने अनुकंपा के आधार पर बिहार पुलिस में योगदान दिया था।
पुलिस लाइन में दिया गया गार्ड ऑफ ऑनर
राहुल की मौत से पुलिस के आलाधिकारी सकते में हैं। हर किसी के जेहन में एक ही सवाल है कि आखिर मौत कैसे हुई और उसकी वजह क्या है ? राहुल की मौत से किसको फायदा पहुंच सकता है। इस तरह के कई सवाल हैं जिनका जवाब ढूंढने में पुलिस को नाको चने चबाने पड़ेंगे। इधर, पटना के नवीन पुलिस लाइन में मृत सिपाही राहुल को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया, जहां पटना पुलिस लाइन के वरीय अधिकारी भी मौजूद रहे।