पटना : 2019 लोक सभा चुनाव के पहले महागठबंधन को मजबूत करने की कोशिशों को बड़ा झटका लगता दिखा रहा है. कांग्रेस को लेकर बिहार महागठबंधन में दो फाड़ साफ दिखाई दे रहा है. उत्तर प्रदेश में कांग्रेस से अलग होकर मयावती की बसपा और अखिलेश यादव की सपा के बीच गठबंधन से मांझी नाराज हो गए हैं. बिहार के पूर्व सीएम जीतनराम मांझी ने कहा कि कांग्रेस बड़ी पार्टी है ऐसे में उसे गठबंधन में शामिल नहीं करना बड़ी भूल है. मांझी ने कहा कि वो चाहते हैं सपा और बसपा दोनों को कांग्रेस को साथ रखने पर विचार करे. ऐसा नहीं हुआ तो इसका फायदा बीजेपी को मिलना तय है.
तेजस्वी का अलग स्टैंड
मायावती और अखिलेश के गठबंधन से उत्साहित तेजस्वी यादव मांझी कि लाइन से अलग नज़र आ रहे हैं. उन्होंने कहा कि दोनों नेताओं के बीच का गठबंधन सफल और परखा हुआ है. उपचुनावों में दोनों नेताओ ने साबित किया है कि बिना कांग्रेस के भी वो बीजेपी का रास्ता रोक सकते हैं. तेजस्वी ने आगे कहा कि आज ये तय हो गया है कि बिहार और यूपी में बीजेपी का खाता भी नहीं खुलने वाला है.
पिछले लोकसभा चुनावो में दोनों राज्यों में बीजेपी ने 120 में 100 सीटें जीती थी जिसने बीजेपी को बिना बाधा के अपने दम पर सत्ता में ला दिया था.