PATNA:बड़ी खबर आ रही है पटना से जहां नगर निगम के सफाईकर्मियों के गुस्से को देखकर सरकार बैकफुट पर आ गयी है.नगर निगम कर्मियों की हड़ताल के बाद सरकार ने नया आदेश जारी करते हुए अपने ही फैसले पर 31 मार्च तक रोक लगा दी है.
नगर विकास विभाग की तरफ से राज्य भर के नगर निकायों में 1 फरवरी से ग्रुप डी की सेवा दैनिक मजदूरों से लेने पर रोक लगा दी गई थी जिसके बाद पटना नगर निगम के हजारों सफाईकर्मी सड़क पर उतर विरोध करने लगे थे. बिहार भर में आंदोलन के तेज होने की खबरों के बीच सरकार ने अपने आदेश को वापस ले लिया है.
पटना की सड़कों पर कचरा फेंक कर सफाईकर्मियों ने अपने आंदोलन का आगाज कर दिया था। पटना के मौर्या लोक स्थित कार्यालय मुख्यालय के समक्ष हजारों की संख्या में पहुंचे कर्मचारियों ने जमकर नारेबाजी की
क्या है पूरा मामला
नगर निगम के सभी दैनिक वेतनभोगी सफाई कर्मी सोमवार से हड़ताल पर है. दैनिक कर्मियों ने नगर विकास विभाग के उस आदेश को वापस लेने की मांग की है, जिसमें एक फरवरी से सभी दैनिक वेतनभोगी कर्मियों को कार्य से हटा दिया गया है. पटना नगर निगम में दैनिक वेतन भोगी मजदूर करीब 4500 हैं. वहीं आउटसोर्सिंग पर करीब 1500 मजदूर सफाई का कार्य करते हैं. ऐसे में सभी संगठनों ने विभागीय आदेश को वापस लेने की मांग की है.
पटना नगर निगम चतुर्थ वर्गीय कर्मचारी संघ ने रविवार को आम सभा कर कहा कि जबतक मांगें मानी नहीं जाती है, तबतक हड़ताल जारी रहेगी.