पटनाः पटना नगरनिगम में कुर्सी के लिए जंग छिड़ी है।इस जंग में डिप्टी मेयर विनय कुमार पप्पू की कुर्सी हिल रही है। यह दूसरा मौका है जब उन्हें अपनी कुर्सी गवानी पड़ सकती है। अगले 24 घंटे में इसका फैसला हो जाएगा। पार्षदों को गोलबंद करने में पसीने छूट रहे हैं। कुछ को बाहर भेजने की तैयारी है। मगर साफ बात यह है कि हर दिन जिनसे निगम राजनीति के गुर सिखने आते थे। उन्हीं की कुर्सी पर एक साथ कई पार्षदों ने नजर गड़ा रखी है।
एक तीर से कई निशाना साधा जा रहा है। अबतक खुलकर एक भी नाम सामने नही आए हैं। लेकिन, शहर में अपनी राजनीतिक पहचान अलग बढ़ाने और अपना कद बढ़ाने में कोई पीछे नहीं रहना चाहता। जिन 42 पार्षदों ने डिप्टी मेयर के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया है। इन्हीं में से आधा दर्जन उम्मीदवार बनने की ताक में हैं।
साहब का मैदान में उतरने से परहेज
मेयर सरकार ने दो वर्ष इसी माह की 19 तारीख को पूरा किया है। अपने कार्यकाल का रिपोर्ट कार्ड मेयर ने नगर विकास एवं आवास मंत्री सुरेश शर्मा की मौजूदगी में पेश किया। डिप्टी मेयर ने इसका भी विरोध कर दिया।
आपको बता दें कि एक महीने पूर्व से ही बाइपास से अनिसाबाद, सैदपुर, सब्जीबाग सहित कंकड़बाग अंचल के कुछ पार्षदों ने मेयर को हटाने के लिए शहर में गुप्त रुप से कई बैठक की थी। इसमें कम से कम 25 पार्षदों को जोड़ने की बात की गई। पूर्व में मेयर की कुर्सी के दावेदार रहे माननीय को दो से तीन विरोधियों ने फिर से मैदान में आने के लेकर मनाने की कोशिश की।
इतना ही नहीं सिटी के धाकड़ खिलाड़ी और निगम के सिरमौर रहे साहब को भी फिर से मैदान में उतारने को लेकर हवा बनाई गई। पर उन्होंने रेस से खुद को बाहर रखना ज्यादा उचित समझा।लेकिन इस अभियान की भनक लग गयी और डिप्टी मेयर के खिलाफ हीं अविश्वास प्रस्ताव आ गया।इसके बाद डिप्टी मेयर की कुर्सी डोलने लगी है।
आपको बता दें कि मंगलवार को डिप्टी मेयर विनय कुमार पप्पू के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान होगा ।उसके बाद उनके भाग्य का फैसला हो जाएगा।