बिहार उत्तरप्रदेश मध्यप्रदेश उत्तराखंड झारखंड छत्तीसगढ़ राजस्थान पंजाब हरियाणा हिमाचल प्रदेश दिल्ली पश्चिम बंगाल

LATEST NEWS

पटना SSP मानवजीत सिंह ढिल्लो का विवादित बयान, PFI की तुलना RSS से की

पटना SSP मानवजीत सिंह ढिल्लो का विवादित बयान, PFI की तुलना RSS से की

पटना. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 12 जुलाई को पटना दौरे के कुछ घंटों पहले ही संदिग्ध आतंकी अतहर परवेज और मोहम्मद जलालुद्दीन को गिरफ्तार किया गया था। इस मामले में अब तक कुल तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है। मामले को लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे पटना एसएसपी मानवजीत सिंह ढिल्लो का विवादित बयान सामने आया है। उन्होंने पीसी के दौरान पीएफआई की तुलना राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ (आरएसएस) से कर दी है। उन्होंने कहा कि पकड़े गये लोग सिमी के कार्यकर्ता है। उन्होंने कहा कि जिस तरह आरएसएस की शाखा में स्वयं सेवकों को शारीरिक प्रशिक्षण दिया जाता है, उसी तरह पकड़े गये लोगों को भी मस्जिद में प्रशिक्षण दिया जा रहा था।

26 लोगों पर मामला दर्ज

पटना एसएसपी ने बताया कि पीएफआई बिहार में प्रतिबंधित नहीं है। 6-7 जुलाई को पटना के फुलवारीशरीफ में इसका एक कार्यक्रम आयोजित किया गया था। इसमें 12 लोग शामिल हुए थे। इंटेलिजेंस की सूचना पर पुलिस ने छापेमारी की तो वहां कई संदिग्ध दस्तावेज मिले। उन्होंने कहा कि इस मामले में अभी तक तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस मामले की जांच शुरू कर दी है। इसमें कुल 26 लोगों पर एफआईआर दर्ज की गयी है। इसमें अधिकांश बिहार के ही हैं।

भारत को वर्ष 2047 तक इस्लामिक राष्ट्र बनाने का खतरनाक मंसूबा पाले संदिग्ध आतंकी अतहर परवेज और मोहम्मद जलालुद्दीन की गिरफ्तारी से पुलिस ने कई राज खोले हैं। फुलवारीशरीफ के एडिशनल एसपी मनीष कुमार के अनुसार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 12 जुलाई को पटना दौरे के कुछ घंटों पहले ही संदिग्ध आतंकी अतहर परवेज और मोहम्मद जलालुद्दीन को गिरफ्तार किया गया था।

उन्होंने बताया कि हमें पहले से सूचना थी कि फुलवारीशरीफ के नयाटोला नहर के पास एक मकान में देश विरोधी और मुख्य रूप से समुदाय विरोधी कार्य किया जा रहा है। इसी क्रम में 6-7 जुलाई को यहां पर मार्शल आर्ट के नाम पर कुछ स्थानीय लोगों को चरमपंथी लोगों द्वारा तलवार, चाकू चलाने का प्रशिक्षण सहित दूसरे समुदाय के प्रति उन्मादित करने, साम्प्रदायिक विद्वेष पैदा करने का प्रयास किया गया था। पुलिस के पास पूरी घटना का सीसीटीवी फुटेज भी है। बाद में पुलिस ने 11 जुलाई की रात छापेमारी की और अतहर परवेज और मोहम्मद जलालुद्दीन को गिरफ्तार किया।

दरअसल, अतहर परवेज सिमी का पूर्व सदस्य रहा है। 2001-02 में जब सिमी बैन हुआ उस समय बिहार में जो आतंकी ब्लास्ट हुआ था, उसमें मंजर परवेज गिरफ्तार हुआ था। मंजर भी अतहर का ही भाई है। बाद में अतहर ने वर्ष 2001, 2003, 2013 में बिहार में जो भी आतंकी घटनाएं हुई हैं, उसमें गिरफ्तार लोगों के बेलर बनने का काम किया। वह पिछले दो साल से PFI-SDPI का सदस्य बना हुआ है। वहीं मोहम्मद जलालुद्दीन झारखंड में दरोगा रह चुका है, लेकिन उसकी गतिविधियां भी संदिग्ध हैं।

Suggested News