पटना : पटना विश्वविद्यालय को सेंट्रल यूनिवर्सिटी बनाने के लिए यहां के पूर्व छात्रों, बुद्धिजीवियों के साथ ही कई राजनीतिक दलों के द्वारा कई वर्षों से लगातार मांग की जा रही है ।
बता दें कि 14 अक्टूबर 2017 को पटना विश्वविद्यालय के शताब्दी वर्ष समारोह में भी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सामने ही अनुरोध किया था कि पटना विश्वविद्यालय को सेंट्रल यूनिवर्सिटी का दर्जा दिया जाए। लेकिन उस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने सीएम नीतीश की मांग को टालते हुए कहा था केंद्र सरकार उससे भी बड़ी चीज देने जा रही है। जरूरत है कि पटना विश्वविद्यालय अपने को 20 वर्ल्ड क्लास विश्वविद्यालय के मापदंडों पर खरा उतरने के लायक साबित कर दिखाए।
बता दें पटना विश्वविद्यालय को सेंट्रल यूनिवर्सिटी बनाने के लिए लेकिन एक बड़ी खबर जो सामने निकल कर आ रही है उसके अनुसार पटना विश्वविद्यालय को सेंट्रल यूनिवर्सिटी बनाने के लिए उप राष्ट्रपति कार्यालय से प्रस्ताव मांगा गया है । जानकारी के मुताबिक उपराष्ट्रपति कार्यालय ने यह पूछा है कि पटना विश्वविद्यालय को सेंट्रल यूनिवर्सिटी बनाने से संबंधित कोई भी कागजात अभी तक नहीं उपराष्ट्रपति कार्यालय को नहीं मिला है।
इसकी जानकारी जैसे ही कुलपति रासबिहारी प्रसाद सिंह को मिली तो उन्होंने उन्होंने इससे संबंधित प्रस्ताव को तैयार करने को कहा। विश्वविद्यालय के डीन स्टूडेंट वेलफेयर प्रोफेसर एनके झा ने बताया सेंट्रल यूनिवर्सिटी बनाने हेतु प्रस्ताव तैयार किया जाएगा।बता दे कि 4 अगस्त को पटना विश्वविद्यालय के सेंट्रल लाइब्रेरी शताब्दी वर्ष समारोह में उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू जब शिरकत करने आए थे। उसी दौरान यह मांग उनके सामने रखी गई थी।
इसका जवाब देते हुए उपराष्ट्रपति ने पटना विश्वविद्यालय को सेंट्रल यूनिवर्सिटी का दर्जा दिलाने में यथासंभव मदद देने की बात कही थी ।उन्होंने कहा था कि इससे संबंधित प्रस्ताव पहले केंद्र सरकार को भेजिए ।उसके बाद जितना संभव होगा उतना किया जाएगा। कुल मिलाकर यह कहा जा सकता है कि उपराष्ट्रपति कार्यालय के द्वारा पटना विश्वविद्यालय को सेंट्रल विश्वविद्यालय का के दर्जा दिलाने हेतु प्रस्ताव मांगे जाने के बाद से यह संभावना प्रबल हो गई है कि आने वाले समय में पटना विश्वविद्यालय को सेंट्रल यूनिवर्सिटी का दर्जा मिल जाए।