PATNA : बिहार की राजनीती में जीतन राम मांझी वह शख्स है, जो हर मामले में अपनी प्रतिक्रिया जरुर देते हैं। सोशल मीडिया पर दिन भर में कई बार ट्विट करते रहते हैं। पिछले तीन दिन से मांझी ने कोई ट्विट नहीं किया है। पिछले कुछ दिनों में शायद ही कोई दिन ऐसा होगा जब मांझी ने कोई ट्विट नहीं किया होगा, लेकिन मांझी अब चुप हैं, जिसको लेकर कयास लगने शुरू हो गए हैं कि आखिर ऐसा क्या हुआ कि एक एक ट्विट से सरकार के सामने परेशानी खड़ी करनेवाले मांझी एकदम से शांत हो गए हैं।
दरअसल, मांझी की यह चुप्पी लालू प्रसाद के जन्मदिन के दिन तेज प्रताप से मुलाकात के बाद कायम है, इसके बाद उन्होंने सिर्फ एक ट्विट किया था, जिसमें केंद्र से जातिगत जनगणना करने की मांग की गई थी। जो उन्होंने 11 जून को किया था। अब मांझी की यह चुप्पी को लेकर कई चर्चाएं सियासी गलियारे में होनी शुरू हो गई है। बताया जा रहा है कि तेज प्रताप से मुलाकात को लेकर सीएम नीतीश कुमार मांझी से नाराज हैं। कहा जा रहा है नीतीश ने अपनी नाराजगी जाहिर मांझी से जाहिर भी की है। जिसके बाद मांझी अब किसी प्रकार की बयानबाजी करने से किनारा कर लिया है।
राजद में चल रही है योजना
वहीं दूसरी तरफ मांझी की चुप्पी को राजद से भी जोड़कर देखा जा रहा है। बताया जा रहा है कि तेज प्रताप से मुलाकात के दौरान लालू प्रसाद से हुई फोन पर बातचीत के बाद मांझी को निर्देश दिया गया है कि वह अगले कुछ दिन तक किसी प्रकार की बयानबाजी से दूर रहें. ताकि राजद की योजना की भनक किसी को नहीं लग सके। अब मांझी की चुप्पी बिहार की सियासत क्या गुल खिलाएगी यह आनेवाला वक्त ही बताएगा।