PATNA : राजधानी पटना से सटे बिहटा में चुनाव में ड्यूटी के दौरान शिक्षक की मौत हो गयी। घटना के विरोध में शिक्षक संघ ने मृतक के शव के साथ औरंगाबाद-बिहटा मार्ग को जाम कर जमकर बवाल काटा। शिक्षक की मौत से गुस्साए परिजनों और शिक्षक संघ ने इसके लिए प्रखंड विकास पदाधिकारी और अंचलाधिकारी को जिम्मेवार ठहराते हुए कार्रवाई की मांग की है।
बताया जाता है कि शिक्षक सुदर्शन प्रसाद 42 वर्ष कोरिया निवासी को चुनावी ड्यूटी के दौरान बिहटा के राघोपुर स्थित बाजार समिति में ईवीएम संग्रह केंद्र पर लगाया गया था। शिक्षक के परिजनों ने बताया कि सुदर्शन प्रसाद की तबीयत सुबह 10:00 बजे से ही खराब थे। उन्होंने इसकी जानकारी प्रखंड विकास पदाधिकारी को दी थी। इसके बावजूद भी पदाधिकारियों ने इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया। शाम के वक्त शिक्षक सुदर्शन प्रसाद को ईवीएम संग्रह के लिए ड्यूटी पर तैनात किया गया। उस वक्त भी उनकी तबीयत खराब होने लगी थी इसके बावजूद भी इस ओर ध्यान नहीं दिया गया।
परिजनों ने बताया कि रात्रि लगभग 1:00 बजे अचानक सुदर्शन प्रसाद की तबीयत ज्यादा बिगड़ गई। इसके बाद अधिकारियों ने सुदर्शन प्रसाद को इलाज कराने के बजाय उन्हें घर जाने का आदेश दे दिया। घर पहुंचते-पहुंचते सुदर्शन प्रसाद की तबीयत ज्यादा बिगड़ गई और अचानक हृदय गति रुकने से उनकी मौत हो गयी।
वही, प्रखंड विकास पदाधिकारी विशाल आनंद ने बताया कि कोई जानकारी नहीं थी कि सुदर्शन प्रसाद की तबीयत खराब है।