PATNA: एक तरफ सरकार नए नए सड़क और ओवरब्रिज का शिलान्यास कर लोगों को सुविधा देने का दावा करती है, वहीं दूसरी तरफ पुरानी बनी सड़कों का रखरखाव ठीक ढंग से नहीं होने के कारण लगातार हादसे हो रहे हैं. नई सड़के बनना भी उतना ही जरूरी है, जितना कि पुरानी सड़कों का मेंटेनेंस होना.
पटना से गया को जोड़ने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-83 की हालत इतनी बिगड़ चुकी है कि लोग सिर्फ और सिर्फ मजबूरी में इस एनएच का इस्तेमाल करते हैं. यहां आने पर आपको सड़क कम और गड्ढे ज्यादा नजर आएंगे. अगर आप बारिश के मौसम में इस राजमार्ग पर सफर करने वाले तो दोबारा जरूर सोच लें. ऐसा इसलिए क्योकिं इस राजमार्ग पर बने गहरे गहरे गड्ढों में पानी भर जाता है, जिससे हादसों की संभावना कई गुना बढ़ जाती है.
खास तौर पर नदवां और पोठही के बीच में नीमा हॉल्ट के पास सड़क तो बची ही नहीं है. आए दिन इस पथ से होकर नेताओं और वरीय अधिकारियों की गाड़ियां गुजरती रहती हैं. इसके बावजूद भी माननीयों की नजर ना तो इसपर पड़ती है और ना ही इसे सुधारने की कवायद की जाती है. पिछले दिनों स्वयं पटना हाईकोर्ट ने जर्जर सड़क पर संज्ञान लिया था, मगर हाईकोर्ट की पहल का भी असर नहीं दिख रहा है. अब देखना यह है कि सरकार की इस बदहाली को कब दूर किया जाएगा. कब लोगों को इस समस्या से निजात मिल पाएगी