KHAGDIYA : खगड़िया के बेलदौर प्रखण्ड के पचाठ गांव का दशकों पुरानी भूमि कटाव की समस्या एक बार फिर ग्रामीणों की परेशानी को बढ़ा दिया है। यहां गांव में फिर से भूमि कटाव शुरू हो गया है। जिससे दर्जनों एकड़ खेती योग्य जमीन अब तक कोसी और बागमती के संगम में समां गई है। भूमि कटाव का यही हाल रहा है तो कई आशियाना भी नदियों में समा सकता है।ग्रामीण दहशत में आ गए हैं।
ग्रामीणों की माने तो कटाव निरोधी काम शुरू कराने को लेकर स्थानीय जनप्रतिनिधि से लेकर अधिकारी तक से गुहार लगा चुके है।बावजूद भूमि कटाव का अब स्थायी समाधान नहीं निकल पाया है। बता दें पचाठ गांव में पिछले कई दशकों से भूमि कटाव की समस्या रही है।इस कटाव से हर साल खेती योग्य जमीन से लेकर लोगों का आशियाना नदियों में समा रहा है। लोग गांव से पलायन कर रहे हैं।अभी भी सैकड़ों घर कटाव के मुहाने पर है।
गांव के वजूद पर खतरा
यहां रहनेवाले ग्रामीणों का कहना है कि कई दशकों से उन लोगों का परिवार यहां रहता आया है। लेकिन फिलहाल जो स्थिति है, उसके बाद ऐसा नहीं लगता है, यहां ज्यादा लंबे समय हम लोग यहां रह पाएंगे। अगर घर बचाने में कामयाब भी रहते हैं, तो भी खेती नहीं रहने के कारण जीना मुश्किल हो जाएगा। उनका कहना है कि अगर कटाव का यही रफ्तार रहा है तो कुछ वर्षों में पचाठ गांव का वजूद मिट जाएगा।बावजूद कटाव का स्थायी समाधान नहीं हो रहा है। लिहाजा इस बार ग्रामीण चरणबद्ध आंदोलन करने की चेतावनी दे रहे हैं।