GAYA : बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री सह स्थानीय विधायक जीतन राम मांझी के द्वारा भगवान राम व रामायण को लेकर दिए अमर्यादित बयान के विरोध में जगह जगह लोगों में आक्रोश व्याप्त है। इस मामले को लेकर रविवार को इमामगंज में आक्रोशित लोगों ने आक्रोश मार्च निकालकर जीतन राम मांझी का पुतला दहन किया।
आक्रोश मार्च स्थानीय टाउन हॉल से निकलकर पुरे बाजार को भ्रमण करते हुए इमामगंज - कोठी मोड़ पर पहुंचा। जहाँ लोगों ने जीतन राम मांझी का पुतला दहन किया। वहीं जीतन राम मांझी के द्वारा दी गई अमर्यादित बयान के विरोध में जमकर नारेबाजी की। बता दें कि पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी ने कुछ दिन पूर्व बयान दिया था कि रामायण में कई अच्छी चीजें हैं, जिनका उपयोग हमारे बच्चों और महिलाओं को शिक्षित करने के लिए किया जा सकता है।
हमारे बड़ों और महिलाओं का सम्मान करना इस पुस्तक की विशेषताएं हैं। मुझे रामायण को पाठ्यक्रम में शामिल करने में कोई आपत्ति नहीं है लेकिन मैं व्यक्तिगत रूप से मानता हूं कि यह एक काल्पनिक पुस्तक है और मुझे नहीं लगता कि राम एक महान व्यक्ति थे और वह जीवित थे। वहीं इस मौके पर सुशांत कुमार, अभिषेक सिंह, राहुल सिंह, अंकित पंडित, नवनीत कुमार सहित सैकड़ों लोग मौजूद थे।
गया से संतोष कुमार की रिपोर्ट