DESK: एक बार फिर से पेट्रोल-डीजल के दाम में बढ़ोतरी हो सकती है। केंद्र सरकार तेल कंपनियों को कम प्रदूषण वाले ईंधन के लिए प्रीमियम चार्ज वसूलने की मंजूरी देने पर विचार कर रही है। दरअसल इन कंपनियों ने नए इन्फ्रास्ट्रक्चर तैयार करने पर हुए खर्च की भरपाई करने के लिए सरकारी पेट्रोल-डीजल की दरें बढ़ाने का प्रस्ताव दिया है।
तेल विपणन कंपनियों ने पेट्रोलियम मंत्रालय से मांग किया है कि वो उनके इन्वेस्टमेंट के कुछ हिस्से की भरपाई दरें बढ़ाकर करने अनुमति दे।दरअसल, इन कंपनियों ने अगले साल अप्रैल माह से लागू होने वाले BS Stage-VI वाहनों के ईंधन के लिए नए इन्फ्रास्ट्रक्चर में निवेश किया है.
जानिए कितना रू. बढ़ सकता है रेट
अगर तेल विपणन कंपनियों के इस प्रस्ताव को सरकार मान लेती है तो एक लीटर पेट्रोल या डीजल के लिए 80 पैसे से लेकर 1.50 रुपये प्रति लीटर तक खर्च करना पड़ सकता है. अगर सरकार यह प्रस्ताव मान लेती है तो यह पांच साल के लिए लागू हो जाएगा।
बीते कुछ सप्ताह में देसी तेल कंपनियों ने पेट्रोल-डीजल की कीमतों में कई बार कटौती भी किया है. लेकिन, अब अगर सरकारी की तरफ से उन्हें यह मंजूरी मिल जाती है तो देश में पेट्रोल-डीजल का भाव वैश्विक प्राइस पर ही केवल निर्भर नहीं करेगा और यहां तेल की कीमतें लगातार अधिक ही रहेंगी.