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भारत के अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति की मेजबानी करने पर पीएम मोदी ने जताई ख़ुशी, 40 साल बाद बन रहा इतिहास

भारत के अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति की मेजबानी करने पर पीएम मोदी ने जताई ख़ुशी, 40 साल बाद बन रहा इतिहास

दिल्ली. भारत अगले साल अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (IOC) के सत्र की मेजबानी करने जा रहा है. भारत ने 1983 में नयी दिल्ली में आयोजित सत्र के बाद से आईओसी सीजन की मेजबानी नहीं की है. भारत को मिले इस मेजबानी के लिये प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत को 2023 अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (IOC) सत्र के लिए मेजबान चुने जाने पर खुशी जताई है. 

ओलंपिक खेलों की मेजबानी को लेकर प्रयासरत भारत को उस दिशा में बढ़ने को एक बड़ी सफलता मिली है. वर्ष 2023 में होने अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति सत्र की मेजबानी करने का अधिकार भारत को दिया गया है. शनिवार को हुई घोषणा के अनुसार 2023 में मुंबई में अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति की 140वीं बैठक होगी. भारत में यह बैठक 40 वर्षों के बाद होने जा रही है. भले ही इस बैठक से ओलंपिक मेजबानी से करने का कोई सीधा नाता ना हो लेकिन ओलंपिक मेजबानी की दिशा में इसे बेहद महत्वपूर्ण माना जाता है. खासकर ओलंपिक मेजबानी की रुपरेखा तय करने में इस बैठक की अहम भूमिका होती है. 

आईओसी सदस्य नीता अंबानी ने शनिवार को फैसले पर ख़ुशी जताते हुए कहा कि यह भारत की ओलंपिक आकांक्षाओं के लिए एक महत्वपूर्ण विकास और बहुत गर्व और खुशी की बात है. मुंबई को इस प्रक्रिया में भाग लेने वाले प्रतिनिधियों से अपनी बोली के पक्ष में ऐतिहासिक 99% वोट मिले, जिसमें 2023 में आईओसी सत्र की मेजबानी के लिए 75 सदस्यों ने अपनी उम्मीदवारी का समर्थन किया है 

अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति सत्र IOC के सदस्यों की वार्षिक बैठक है, जिसमें 101 मतदान सदस्य और 45 मानद सदस्य शामिल हैं. यह ओलंपिक चार्टर को अपनाने या संशोधन, आईओसी सदस्यों और पदाधिकारियों के चुनाव और ओलंपिक के मेजबान शहर के चुनाव सहित वैश्विक ओलंपिक आंदोलन की प्रमुख गतिविधियों पर चर्चा और निर्णय लेता है.यह निर्णय पुष्टि करता है कि भारत 1983 के बाद पहली बार इस प्रतिष्ठित आईओसी बैठक की मेजबानी करेगा, जो भारत की युवा आबादी और ओलंपिक आंदोलन के बीच जुड़ाव के एक नए युग की शुरुआत के रूप में निर्धारित है. 

नीता अंबानी ने देश को भविष्य में युवा ओलंपिक खेलों और ओलंपिक खेलों की मेजबानी करने में सक्षम बनाने के लिए अपनी दीर्घकालिक प्रतिबद्धता की भी पुष्टि की है. उन्होंने कहा कि ओलंपिक से जुड़ी यह बैठक 40 साल के इंतजार के बाद भारत वापस आ गया है. मैं 2023 में मुंबई में आईओसी सत्र की मेजबानी करने का सम्मान भारत को सौंपने के लिए अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति की वास्तव में आभारी हूं. यह भारत की ओलंपिक आकांक्षा के लिए एक महत्वपूर्ण विकास होगा और भारतीय खेल के लिए एक नए युग की शुरुआत करेगा.  

उन्होंने कहा, खेल हमेशा से दुनिया भर के लाखों लोगों के लिए आशा और प्रेरणा की किरण रहा है. हम आज दुनिया के सबसे युवा देशों में से एक हैं और मैं भारत के युवाओं के लिए ओलंपिक के जादू को पहली बार अपनाने और अनुभव करने के लिए उत्साहित हूं. इस साझेदारी को और मजबूत करना और आने वाले वर्षों में भारत में ओलंपिक खेलों की मेजबानी करना हमारा सपना है.


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