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पीएम मोदी की रैली से पहले तेजस्वी ने लिखा पत्र, 6 साल में किए गए वादे याद दिलाए

पीएम मोदी की रैली से पहले तेजस्वी ने लिखा पत्र, 6 साल में किए गए वादे याद दिलाए

पटना: बिहार विधानसभा चुनाव के मतदान के बीच तीसरे चरण के चुनाव प्रचार के लिए आज फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बिहार में जनसभा करने वाले हैं. पीएम मोदी एनडीए प्रत्याशियों के पक्ष में जनसभा संबोधित करेंगे. ऐसे में पीएम मोदी के रैली से पहले नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने नरेन्द्र मोदी को पत्र लिख कर पिछले 6 साल के वादे याद दिलाए जो उन्होंने बिहारियों से किये थे. तेजस्वी यादव ने प्रधानमंत्री जी के आगमन पर समस्त बिहार वाशियों के तरफ से हार्दिक अभिनन्दन किया. 


तेजस्वी यादव ने पत्र लिखकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर निशाना साधा, बिहारियों से किये गये वादों को याद दिलाते हुए कहा बिहारवासी लगातार इस इंतज़ार में हैं कब बिहार को विशेष राज्य का दर्जा मिलेगा.बिहारवासियों को उम्मीद थी, बिहार को सवा लाख करोड़ का पैकेज मिलेगा. परन्तु विशेष राज्य तो दूर विशेष पैकेज तक का अता पता नहीं. इसी संदर्भ में बिहार की जनता अपने प्रिय प्रधानमंत्री से पूछना चाहती है कि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा क्यों नहीं मिला? आखिर कब तक नियमों का बहाना बनाकर बिहार को विशेष राज्य के दर्जे से महरूम किया जाता रहेगा? जिस बिहार ने 40 में से 39 सांसद दिए क्या उस बिहार के लिए नियमों में संशोधन नहीं किया जा सकता ? आखिर हमारे बिहारवासियों के लिए इतने सख्त नियम कब से हो गए?तेजस्वी यादव ने पलायन का मुद्दा उठाते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से सवाल किया,आखिर कब तक बिहार के लोगों को पढाई, कमाई,दवाई, सिचाई के लिए पलायन करना पड़ेगा. बिहार में ना तो शिक्षा अच्छी है न स्वस्थ व्यवस्था. 


तेजस्वी यादव ने केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण पर निशाना साधते हुए कहा ,क्या आपको नहीं लगता कि हम बहुत ही ज्यादा संवेदनहीन एवं कूर होते जा रहे हैं? आपकी मंत्री साहिबा यह कहती हैं कि बिहार को कोरोना वायरस टीका मुफ्त तभी मिलेगा जब लोग NDA को वोट करेंगे आखिर हम ऐसे स्तर पर पहुँच गए जहां इंसान का जीवन इस बात पर निर्भर करने लगा है कि वह किस पार्ट को वोट करता है. प्रिय प्रधानमंत्री जी, बिहार का हर एक बेरोजगार युवा अपने प्रधानमंत्री से यह पूछता है कि क्यों बिहार में बेरोजगारी दर 46.6 फीसदी है ? क्यों निजीकरण के आड़ में लगातार सरकारी नौकरियों में कटौती की जा रही है ? क्यों रेलवे के फार्म भरे जाने के बाद भी नियुक्ति प्रक्रिया में कुछ भी तेजी दिखाई नहीं दे रही है ? आखिर कब तक बिहार के युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ होता रहेगा? बिहार की जनता यह आशा करती है कि आप इन जायज सवालों पर सकारात्मक रूप से जवाब देंगे.



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