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PM मोदी ने मन की बात में पूर्णिया की महिलाओं का किया बखान,कहा-'दीदीयों' ने कर दिया कमाल....

PM मोदी ने मन की बात में पूर्णिया की महिलाओं का किया बखान,कहा-'दीदीयों' ने कर दिया कमाल....

PATNA: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को अपने कार्यक्रम मन की बात कार्यक्रम का आयोजन किया।अपने 62 वेंं संस्करण  में पीएम मोदी ने बिहार की पूर्णिया की महिलाओं की जमकर प्रशंसा की।उन्होंने मन की बात में कहा कि आज की महिलायें नई शक्ति, नई सोच के साथ किस तरह नए लक्ष्यों को प्राप्त कर रही हैं I

चुनौती को अवसर में बदल रही महिलायें

उन्होंने कहा कि हमारा नया भारत, अब पुराने approach   के साथ चलने को तैयार नहीं है। खासतौर पर, New India की हमारी बहनें और माताएँ तो आगे बढ़कर उन चुनौतियों को अपने हाथों में ले रही हैं जिनसे पूरे समाज में, एक सकारात्मक परिवर्तन देखने को मिल रहा है। बिहार के पूर्णिया की कहानी, देश-भर के लोगों को प्रेरणा से भर देने वाली है। ये वो इलाका है जो दशकों से बाढ़ की त्रासदी से जूझता रहा है। ऐसे में, यहाँ, खेती और आय के अन्य संसाधनों को जुटाना बहुत मुश्किल रहा है।

पूर्णिया की महिलाओं ने चुना अलग रास्ता

इन्हीं परिस्थितियों में पूर्णिया की कुछ महिलाओं ने एक अलग रास्ता चुना I पहले इस इलाके की महिलाएं, शहतूत या मलबरी के पेड़ पर रेशम के कीड़ों से कोकून (Cocoon) तैयार करती थीं जिसका उन्हें बहुत मामूली दाम मिलता था। जबकि उसे खरीदने वाले लोग, इन्हीं कोकून से रेशम का धागा बना कर मोटा मुनाफा कमाते थे। 

महिलाओं ने तस्वीर बदल कर रख दी

आज पूर्णिया की महिलाओं ने एक नई शुरुआत की और पूरी तस्वीर ही बदल कर के रख दी I इन महिलाओं ने सरकार के सहयोग से, मलबरी-उत्पादन समूह बनाए। इसके बाद उन्होंने कोकून से रेशम के धागे तैयार किये और फिर उन धागों से खुद ही साड़ियाँ बनवाना भी शुरू कर दिया I आपको जान करके हैरानी होगी कि पहले जिस कोकून को बेचकर मामूली रकम मिलती थी, वहीँ अब,  उससे बनी साड़ियाँ हजारो रुपयों में बिक रही हैं I

दीदीयों ने कर दिया कमाल

अपने मन की बात में पीएम मोदी ने महिलाओं की हिम्मत को दाद देते हुए कहा कि आदर्श जीविका महिला मलबरी उत्पादन समूह’ की दीदीयों ने जो कमाल किये हैं, उसका असर अब कई गावों में देखने को मिल रहा है। पूर्णिया के कई गावोँ के किसान दीदीयाँ, अब न केवल साड़ियाँ तैयार करवा रही हैं, बल्कि बड़े मेलों में, अपने स्टाल लगा कर बेच भी रही हैं I एक उदाहरण कि - आज की महिला नई शक्ति, नई सोच के साथ किस तरह नए लक्ष्यों को प्राप्त कर रही हैं I

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