पटना... बिहार के चुनावी रैलियों में पीएम मोदी ने विरोधियों पर जमकर हमला बोला है। बिहार के 4 जिलों में चुनाव प्रचार को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने नीतीश कुमार के कार्य की सरहना करते हुए उनकी तारीफ की। इस दौरान उन्होंने बिहार में परिवार की राजनीति पर भी जुबानी हमला बोला और नीतीश कुमार का उदाहरण देते हुए कहा कि एनडीए की पार्टी लोकतांत्रिक है। क्या आपने कभी नीतीश कुमार के परिवार के किसी सदस्य को एमएलए या सांसद देखा है, महागठबंधन में आप युवराजों को देख सकते हैं।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि बिहार की राजनीति में लालू यादव और चिराग पासवान के परिवारवाद किस्सा किसी से छुपा नहीं है। अगर कोई राजनीतिक पद किसी को देने की बारी आती है तो सबसे पहले ये दोनो परिवार अपने परिवार की तरफ ही देखते हैं।
जदयू नेता अभिषेक झा कहते हैं कि बिहार के कुछ राजनीतिक परिवारों को सिर्फ भ्रष्टाचार और परिवार के सिवा कुछ सुझता ही नहीं है। जब पार्टी के बड़े पद किसी को देने की बारी आती है तो बिहार के लालू यादव और चिराग परिवार अपने ही किसी घर के लोगों को जिम्मेदारी देते हैं।
लालू जब चारा घोटाले में जेल गए तो तमाम समाजवादी कद्दावर नेताओं को दरकिनार करते हुए अपनी पांचवी पास पत्नी को मुख्यमंत्री बना दिया। वहीं, रघुवंश बाबू जैसे धाकड़ नेताओं के रहते हुए नौवीं फेल और अपरिपक्व अपने छोटे बेटे को पूरी पार्टी की जिम्मेदारी दे दी।
छपरा की चुनावी जनसभा में भी प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि जिस पार्टी ने रघुवंश बाबू जैसे नेता को अपने परिवार के लिए दरकिनार कर दिया, वो बिहार की जनता का क्या भला करेेंगे। इस दौरान बिहार की जनता से पीएम मोदी ने नीतीश कुमार की तारीफ में कसीदे पढ़ते हुए कहा कि क्या आपने कभी नीतीश कुमार के किसी परिवार के लोगों को एमएलए या सासंद बनते हुए देखा है क्या, लेकिन परिवारवाद के बारे में सोचने वाले कुछ परिवार सिर्फ अपने ही लोगों को पद पर आसीन कराते हैं।