Desk. पांच राज्यों के चुनावों का परिणाम सामने आने के बाद पीएम नरेंद्र मोदी पार्टी मुख्यालय में कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि आज उत्साह का दिन है, उत्सव का दिन है. ये उत्सव भारत के लोकतंत्र के लिए है। मैं इन चुनावों में हिस्सा लेने वाले सभी मतदाताओं को बहुत-बहुत बधाई देता हूं। उनके निर्णय के लिए मतदाताओं का आभार व्यक्त करता हूं। विशेष रूप से हमारी महिलाओं और युवाओं का जिन्होंने बीजेपी को जो समर्थन दिया वह बड़ा संतोष है।
पीएम मोदी ने कहा कि फर्स्ट टाइम वोटर ने बढ़ चढ़कर वोटिंग में हिस्सा लिया और बीजेपी की जीत पक्की की। चुनाव के दौरान बीजेपी कार्यकर्ताओं ने मुझसे वादा किया था कि इस बार होली 10 मार्च से शुरु हो जाएगी और कार्यकर्ताओं ने यह करके दिखाया है। मैं कार्यकर्ताओं की प्रशंसा करूंगा, जिन्होंने दिन-रात देखे बिना इन चुनावों में कड़ी मेहनत की और जनता-जर्नादन का विश्वास जीतने में सफल रहे। उन्होंने कहा कि इन चुनावों ने 2024 के नतीजे तय कर दिए हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि यूपी ने देश को अनेक प्रधानमंत्री दिए हैं, लेकिन 5 साल का कार्यकाल पूरा करने वाले मुख्यमंत्री के दोबारा चुने जाने का ये पहला उदाहरण है। यूपी में 37 साल बाद कोई सरकार लगातार दूसरी बार आई है। तीन राज्य, यूपी गोवा और मणिपुर में सरकार में होने के बावजूद बीजेपी का वोट शेयर बढ़ा है। गोवा में सरे एक्जिट पोल गलत निकले और वहां की जनता ने तीसरी बार सेवा का मौका दिया। 10 साल तक सत्ता में रहने के बाद भी राज्य में बीजेपी की सीटें बढ़ी हैं। उत्तराखंड में भी लगातार दूसरी बार कोई पार्टी सत्ता में आई है।
उन्होंने कहा कि आज हम देख रहे हैं जो निष्पक्ष संस्थाएं, भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई करती हैं, ये लोग और उनका इकोसिस्टम, उन संस्थाओं को बदनाम करने के लिए मैदान में आ जाते हैं। ये देश का दुर्भाग्य है कि घोटालों से घिरे लोग एकजुट होकर, अपने इकोसिस्टम की मदद से इन संस्थाओं पर दबाव बनाने लगे हैं। जांच एजेंसियों को रोकने के लिए ये लोग अपने ईकोसिस्टम के साथ मिलकर नए-नए तरीके खोजते हैं, इन्हें देश की न्यायपालिका पर भी भरोसा नहीं है।
पीएम ने कहा कि पहले हजारों करोड़ रुपये का भ्रष्टाचार करो, फिर जांच भी न होने दो, जांच की जाए तो उस पर दबाव बनाओ, ये उन लोगों की प्रवृत्ति है। पीएम ने कहा, 'मैं बनारस का सांसद होने के नाते, मेरे अनुभव से कह सकता हूं, यूपी के लोग ये बात समझ चुके हैं कि जाति को बदनाम करने वालों से, सम्प्रदाय को बदनाम करने वालों से अब दूर रहना है और राज्य के विकास को ही सर्वोच्च प्राथमिकता देनी है.'