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सेंट्रल विस्टा के पहले फेज का उद्घाटन करेंगे पीएम मोदी, राजपथ की पहचान अब कर्तव्य पथ के रूप में

सेंट्रल विस्टा के पहले फेज का उद्घाटन करेंगे पीएम मोदी, राजपथ की पहचान अब कर्तव्य पथ के रूप में

NEW DELHI : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज यानी 8 सितंबर को सेंट्रल विस्टा पुनर्विकास परियोजना को उद्घाटन करेंगे। दरअसल, दिल्ली के ऐतिहासिक राजपथ और सेंट्रल विस्टा लॉन का रीडेवलपमेंट किया गया है। अब इनका नाम बदल कर 'कर्तव्य पथ' कर दिया गया है। सेंट्रल विस्टा के उद्घाटन के दौरान खतरों को देखते हुए कड़ी चाक चौबंद लगा दी गई है। ऐसे में आज आम लोगों को भारी ट्रैफिक की परेशानी से जूझना पड़ सकता है। प्रोजेक्ट से जुड़े 10 मार्ग शाम 6 से 9 बजे रात तक बंद रहेंगे। कई मार्गों पर ट्रैफिक डाइवर्ट किया जाएगा।

केन्द्र सरकार ने कोरोना काल के बीच में लगभग 20,000 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट की शुरुआत की थी। इसके तहत नए संसद भवन के अलावा राष्ट्रपति भवन से लेकर इंडिया गेट तक जाने वाली तीन किलोमीटर लंबी सड़क पर देश की नई राजधानी का निर्माण होना है। इसमें केन्द्र सरकार का नया सचिवालय, मंत्रालयों के दफ्तर और कई सरकारी आवास बनाए जाने हैं। इसी प्रोजेक्ट के पहले चरण में प्रधानमंत्री नरेंद्रमोदी 'राजपथ' के बदले स्वरूप 'कर्तव्यपथ' का उद्घाटन करने जा रहे हैं।

नेताजी की प्रतिमा का अनावरण

वहीं इस साल के आरंभ में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती के मौके पर इंडिया गेट के पीछे बनी छतरी में उनकी एक होलोग्राम प्रतिमा का अनावरण किया था. तब कहा गया था कि इस जगह पर नेताजी सुभाष चंद्र बोस की एक ग्रेनाइट की प्रतिमा लगाई जाएगी। अब 28 फुट ऊंची ये प्रतिमा बनकर तैयार है, ऐसे में इसका अनावरण कल प्रधानमंत्री नरेंद्रमोदी करने जा रहे हैं। इससे पहले सरकार इंडिया गेट के नीचे जलने वाली 'अमर जवान ज्योति' का विलय राष्ट्रीय समर स्मारक (National War Memorial) में कर चुकी है।

खास है इंडिया गेट की छतरी का इतिहास

जिस छतरी के नीचे नेताजी सुभाष चंद्र बोस की प्रतिमा लगने जा रही है, वहां कभी ब्रिटेन के महाराजा किंग जॉर्ज पंचम की एक मार्बल की मूर्ति हुआ करती थी। 1939 में लगाई इस प्रतिमा को आजादी के बाद वहां से हटा दिया गया और 1968 से ये छतरी खाली है. जॉर्ज पंचम की वो मूर्ति तब 1911 के दिल्ली दरबार के कार्यक्रम स्थल, जिसे अब कोरोनेशन पार्क कहते हैं, वहां की शोभा बढ़ाती है।

अमृतकाल के प्रण में से एक

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सेंट्रल विस्टा के इस नए स्वरूप को उनके स्वतंत्रता दिवस के लाल किले की प्राचीर से दिए गए भाषण से जोड़कर देखा जा रहा है. उस दिन प्रधानमंत्री मोदी ने आजादी के अमृतकाल में '5 प्रण' लेने का आग्रह किया था। ऐसे में नेताजी की प्रतिमा का अनावरण और राजपथ के नाम बदलने के उन्हीं में से एक 'गुलामी की मानसिकता से मुक्ति पाने' के प्रण से जोड़कर देखा जा रहा है।


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