PATNA : सूबे का सबसे बड़ा अस्पताल पीएमसीएच गुंडागर्दी का अखाड़ा बन गया है। यहां तैनात सुरक्षाकर्मी मरीजों को सहूलियत देने की बजाए उनके परिजनों से भिड़ने में ज्यादा उतावलापन दिखाते हैं। अक्सर सुरक्षाकर्मियों और मरीज के परिजनों के बीच मारपीट की खबरें मिलती हैं। गुरुवार, 9 अगस्त को भी इमरजेंसी की गेट पर तैनात सुरक्षाकर्मियों ने अपनी बहादुरी दिखाते हुए एक मरीज के परिजन की जमकर पिटाई कर दी।
बताया जा रहा है कि 5 की संख्या में तैनात सुरक्षाकर्मियों ने एक मां के सामने उसके बेटे को जमकर मारा। जानवरों की तरह पुलिसवाले उसे मार रहे थे। यहां सबसे बड़ी बात यह है कि वहां मौजूद लोग तमाशबीनों की तरह खड़े थे। कोई मार खा रहे लड़के को बचाने आगे नहीं आ रहा था। लड़के की मां चीखती रही, चिल्लाती रही...अपने बेटे को छोड़ देने की गुहार लगाती रही लेकिन सुरक्षाकर्मियों पर इसका कोई असर नहीं पड़ा।
हद तो तब हो गयी जब इस मामले पर इमरजेंसी के इंचार्ज डॉक्टर अभिजीत कुमार से बात की गयी तो वो आरोपी सुरक्षाकर्मियों का बचाव करते दिखे। उन्होंने कहा कि इमरजेंसी में एक पास से दो लोग अंदर जा सकते हैं लेकिन मरीज के 5 परिजन अंदर जा रहे थे, जब गार्ड ने रोका तो पूरा विवाद शुरू हुआ। इधर, पीएमसीएच के अधीक्षक डॉक्टर राजीव रंजन भी सुरक्षाकर्मियों का बचाव करते दिखे।