PATNA: आखिरकार पीएमसीएच में 32 मौतों के बाद पटना मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल तीसरे दिन समाप्त हो गई। सरकार ने ऑर्थो विभागाध्यक्ष डॉ. विजय कुमार को पद से हटा दिया तब जाकर जूनियर डॉक्टर माने।
जूनियर डॉक्टर उनपर खास कंपनी की महंगी दवा नहीं लिखने पर परीक्षा में फेल करा देने का आरोप लगाते हुए हड़ताल पर चले गए थे। जूनियर क्रों की संघ ने विभागाध्यक्ष को पद से हटाने की मांग की थी। तमाम प्रयास के बाद भी जब जूनियर डॉक्टर नहीं माने तब जाकर ससरकार ने ऑर्थो के हेड़ को हटाया। इसके बाद हड़ताल तो समाप्त हो गई है।
तीन दिन हड़ताल पर रहे जूनियर डॉक्टर
पटना में मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के जूनियर डॉक्टर तीन दिनों तक हड़ताल पर रहे। उन्होंने ऑर्थो विभाध्यक्ष डॉ. विजय कुमार पर आरोप लगाया था कि वे वैसे जूनियर डॉक्टरों को फेल करा देते थे, जो एक खास ब्रांड की दवाएं मरीजों के पुर्जे पर नहीं लिखते थे। ऐसा लंबे समय से चल रहा था। इस साल भी ऐसे कुछ जूनियर डॉक्टर परीक्षा में फेल कर दिए गए हैं।
हड़ताली डॉक्टरों ने की ये मांग
जूनियर डॉक्टरों ने मांग की है कि उनकी कॉपियों की दोबारा जांच हो। उन्होंने ऑर्थो विभागाध्यक्ष को पद से हटाने की भी मांग की।
हड़ताल की अवधि में 32 मरीजों की मौत
जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल से मरीजों की परेशानी बढ़ गई। मरीजों के परिजन इधर-उधर भटकने को मजबूर रहे। इस दौरान अस्पताल का इमरजेंसी वार्ड सुनसान रहा। इमरजेंसी से मरीजों का पलायन जारी रहा।रविवार को 11 मरीजों की मौत हुई। पूरी हड़ताल अवधि में 32 मरीजों की मौत हुई।