NAWADA: नवादा में जहरीली शराब से 12 लोगों की मौत के बाद से गांव के लोगों में रोष व्याप्त है. एक तरफ जहां गांववाले साफ तौर पर शराब से मौत की बात स्वीकार रहे हैं, वहीं जांच करने वाले अधिकारी शराब के अलावा हर मुद्दे पर पूछताछ कर रहे हैं. उनकी जांच और सवालों में शराब का जिक्र ही नहीं है. जाहिर सी बात है कि सभी इस घटना को तोड़-मरोड़ कर पेश करने की कोशिश में लगे हुए हैं.
एक साथ कई लोगों की मौत के बाद पहले तो प्रशासन मामले को दबाता रहा, मगर बाद में उत्पाद विभाग की अधिकारियों की टीम बुधौल गांव में जांच करने पहुंची. पीड़ितों और मृतकों के घर में महिलाओं से सवाल जवाब करते वक्त अधिकारी असहज हो गए जब महिलाओं ने हर जगह खुलेआम शराब मिलने की बात कह डाली. इसपर अधिकारियों ने किसी तरह दूसरी जानकारी लेकर अपना पल्ला छुड़ाया.
उत्पाद विभाग के अधिकारी मृतक के स्वजनों से शराब से मौत के बाबत जानकारी ले रहे थे. अधिकारियों और पुलिसकर्मियों ने सवाल दागा कि परिजनों ने कहां से शराब लाया था, इस पर वहां मौजूद महिलाओं ने कहा कि हमें क्या पता कहां से लाता था. रोज तो पीता था. यह जवाब असहज करने वाला था. यही नहीं, मृतक के घर से झारखंड निर्मित देसी शराब की खाली पाउच और महुआ शराब की पैकेट भी मिली. उत्पाद विभाग ने उसे जब्त कर लिया है. झारखंड निर्मित शराब का पाउच जुलाई 2020 का ही बताया गया है. ऐसे में ये देखना होगा कि जांच कैसे आगे बढ़ती है, किन किन लोगों पर गाज गिरती है और जांच में कहीं शराब का जिक्र किया जाएगा भी या नहीं.