गया में नक्सली संगठन के नाम पर फर्जी गिरोह सक्रिय था। कम ही समय में गिरोह के सदस्यों ने शहर में अपना आतंक कायम कर लिया था। कई लोगों ने पुलिस से इस संबंध में शिकायत की थी। पुलिस के आलाधिकारियों ने टीम बनाकर गिरोह को धर-दबोचने की रणनीति बनायी। इसी संबंध में कई जगहों पर ताबड़तोड़ छापेमारी कर गिरोह के पांच सदस्यों को धर-दबोचा गया। गिरफ्तार आरोपियों के पास से पुलिस को आर्म्स सहित कई अन्य संदिग्ध सामान बरामद हुए हैं। गिरफ्तार सदस्यों से पूछताछ में पुलिस को कई अहम जानकारियां भी मिली हैं। पुलिस को पता चला है कि पटना-गया फोर लेन के निर्माण में लगी कंपनी से भी इन लोगों ने लेवी वसूलने की कोशिश की थी। साथ ही कई और बड़ी कंपनियां भी इनलोगों के निशाने पर थीं।
ये लोग बिल्कुल नक्सली संगठनों के तर्ज पर ही अपने गिरोह का संचालन
करते थे। किसी को फर्जी नक्सली संगठन होने की भनक न लगे, इसके लिए गिरोह का हर
सदस्य सतर्कता बरतता था। खासकर वैसे लोगों या फिर वैसी कंपनियों को निशाना बनाया
जाता था, जो जिले में बाहर से आकर काम कर रही हैं। शातिराना तरीके से वसूली का काम
किया जाता था। फर्जी नक्सली गिरोह का भंडाफोड़ होने से गया पुलिस चैन की सांस ले
रही है। पुलिस के आलाधिकारियों का कहना है कि जल्द ही गिरोह के अन्य सदस्यों को भी
गिरफ्तार कर जेल भेजा जायेगा। इसके लिए उनके सभी संभावित ठिकानों पर छापेमारी की
जा रही है।