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मोतिहारी में पुलिसिया राज! अपराधियों की बजाए 'पब्लिक' को प्रताड़ित करने वाले पुलिसकर्मियों पर नहीं हुई कार्रवाई, पीड़ित ने अब 'लोक शिकायत' में किया कंप्लेन

मोतिहारी में पुलिसिया राज! अपराधियों की बजाए 'पब्लिक' को प्रताड़ित करने वाले पुलिसकर्मियों पर नहीं हुई कार्रवाई, पीड़ित ने अब 'लोक शिकायत' में किया कंप्लेन

MOTIHARI: मोतिहारी में अब पुलिस का इकबाल खत्म हो गया है। अपराधी जब और जहां चाह रहे घटना को अंजाम देकर आराम से भाग जा रहे । पुलिस घटना के बाद खानापूर्ति कर रही। एक नहीं बल्कि अनेकों ऐसे उदाहरण हैं. पुलिस आम आदमी को फंसाती है वहीं शराब केस में फंसे अपने थानेदारों को बचाती भी है। मोतिहारी में इसके भी प्रमाणित उदाहरण है।  ये उदाहरण इस बात के प्रमाण हैं कि मोतिहारी पुलिस अपराधियों-माफियाओं की बजाए आम नागरिकों को परेशान कर रही। मोतिहारी नगर थाने की पुलिस ने बिना किसी आरोप के एक आम नागरिक को पकड़कर पीट दिया। पीड़ित शख्स ने न्याय के लिए हर जगह गुहार लगाया, लेकिन किसी ने उसकी फरियाद नहीं सुनी। शख्स ने पीटने वाले नगर थाने के आरोपी पुलिस कर्मियों पर कार्रवाई के लिए थाना से लेकर एसपी तक आवेदन दिया। मगर पुलिस आम लोगों और पीड़ित की बात को क्यों सुनेगी ? आरोपी पुलिस कर्मियों पर एसपी ने अब तक कोई कार्रवाई नहीं की। अब पीड़ित शख्स ने जिला लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी के यहां शिकायत दर्ज करा न्याय की गुहार लगाई है। 

नगर थाने के जमादार व अन्य पुलिस कर्मियों पर गंभीर आरोप 

मोतिहारी में 4 मई को ठेकेदार कुणाल सिंह की थाना के बगल में गोली मार कर हत्या कर दी गई थी। विरोध में घटना में संलिप्त अपराधियों ने ही साजिश रचकर स्थानीय लोगों के सहयोग से अस्पताल चौक को जाम किया था। 7 मई को ठेकेदार के चचेर भाई कोटवा निवासी सुनील सिंह को टाउन थाने के एक जमादार जितेन्द्र सिंह अन्य पुलिसकर्मियों के साथ मिलकर पकड़ लिया और जमकर मारपीट की। जमादार ने आरोप लगाया था कि वह सड़क जाम और पुलिस के काम में हस्तक्षेप कर रहा था। हालांकि इंस्पेक्टर के हस्तक्षेप से पीड़ित को छोड़ा गया। एसपी को दिये आवेदन में पीड़ित ने आरोप लगाया कि पीटते हुए नगर थाना के अंदर ले जाया गया। थाना में मौजूद वरीय अधिकारियों द्वारा पहचान करने के बाद छोड़ा गया। वहां पता चला की ठेकेदार कुणाल सिंह की हत्या की सूचना पर हम सभी परिवार के लोग सदर अस्पताल पहुंचे थे.घटना के दिन हॉस्पिटल चौक मार्ग को अवरुद्ध किया गया था. उसमें वह नहीं थे . इसके बाद उन्हें छोड़ा गया. टाउन थाने के जमादार जितेंद्र सिंह ने धमकी देते हुए कहा था कि तुम को किसी न किसी केस में फंसायेंगे।

लोक शिकायत निवारण में अब होगी सुनवाई 

मोतिहारी के कोटवा निवासी पीड़ित शख्स सुनील सिंह ने आरोप लगाया है कि उसके साथ टाउन थाना के जमादार जितेन्द्र सिंह व अन्य पुलिस कर्मियों ने जमकर पीटा। इससे उनको गंभीर चोट आई है। सदर अस्पताल में बजाप्ता मेडिकल भी कराया गया। इसके बाद भी टाउन थाना की पुलिस व एसपी ने आरोपियों पर कोई कार्रवाई नहीं की। अब पीड़ित शख्स ने 23 मई को जिला लोक शिकायत निवारण केंद्र में शिकायत दर्ज कराई है। 9 जून को इस मामले की सुनवाई होगी। अब देखना होगा एसपी व नगर थानाध्यक्ष इस मामले में क्या कार्रवाई करते हैं। वैसे मोतिहारी पुलिस अपराधियों को पकड़ने में कितनी एक्टिव है इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि 20 दिन बीतने के बाद भी  ठेकेेदार कुणाल सिंह की हत्या में शामिल व साजिश रचने वालों में महज दो लोगों की गिरप्तारी हुई है। पुलिस अन्य अपराधियों को गिरफ्तार करने में विफल रही है। 

शराब माफिया को छोड़ने वाले पहाड़पुर थानाध्यक्ष पर कोई कार्रवाई नहीं  

बता दें, मोतिहारी में शराब माफिया को छोड़ने वाले और जांच में आरोप प्रमाणित होने के बाद भी आरोपी थानेदार पर कोई कार्रवाई नहीं होती है. पहाड़पुर थानाध्यक्ष ने एक शऱाब माफिया को पकड़कर थाना हाजत में बंद कर दिया। फिर लेन-देन कर उसे छोड़ दिया। खुलासे के बाद जांच हुई। अरेराज एसडीपीओ ने जांच में आरोप प्रमाणित पाये। इसके बाद भी आज तक आरोपी थानेदार पर कोई एक्शन नहीं। मोतिहारी में हर जगह चर्चा है कि पुलिस सिर्फ आम लोगों को ही परेशान करती है। अगर आप शराब माफिया हैं या पुलिस गलत कामों में लगी है तो उस पर कार्रवाई की बजाये संरक्षण मिलता है। 

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