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पुलिस का बयान - भागने के दौरान शराब तस्कर की तालाब में डूबने से हुई मौत, परिवार का तर्क - विकलांग था, कैसे भाग सकता है

पुलिस का बयान - भागने के दौरान शराब तस्कर की तालाब में डूबने से हुई मौत, परिवार का तर्क - विकलांग था, कैसे भाग सकता है

AURANGABAD : औरंगाबाद में एक शराब तस्कर की तालाब में डूबने से हुई मौत की घटना को लेकर पुलिस के काम पर सवाल उठने लगे हैं। मामले में जहां पुलिस का कहना है कि तस्कर पुलिस के बचने के लिए भाग रहा था, उसी दौरान तालाब में गिर गया और उसकी डूबने से मौत हो गई, वहीं मृतक के परिजनों ने पुलिस के इस पूरे बयान पर ही सवाल उठा दिए हैं। परिवार का कहना है वह विकलांग था, ठीक तरीके से चल भी नहीं पाता था, फिर वह पुलिस से बचकर भाग कैसे सकता था। साथ ही परिजनों ने पुलिसकर्मियों के संवेदना पर भी सवाल उठाए हैं। 

परिवार के लोगों का कहना है कि अगर पुलिस के तर्क को सही भी माना जाए तो जब वह तालाब में डूब रहा था तो किसी पुलिसकर्मी ने उसे बचाने की कोशिश नहीं की। क्यों उसे डूबकर मर जाने दिया गया। इस मामले में नवीनगर के विधायक ने कहा है कि बिहार पुलिस की संवेदना मर चुकी है और यह घटना पुलिस की मर चुकी संवेदना की पराकाष्ठा है।

दरअसल पूरा मामला शराब तस्करी से जुड़ा है। बताया गया कि नवीनगर में  अवैध शराब तस्कर को गिरफ्तार करने के लिए की गई पुलिस ने छापेमारी की थी। पुलिस के अनुसार इस कार्रवाई में मदन चौधरी नाम का विकलांग युवक वहां से भागने लगा और इस दौरान वह गांव के तालाब में गिर गया, जहां उसकी डूबने से मौत हो गई थी। जबकि पुलिस के इन बातों को परिवार ने नकार दिया है। उनका कहना है कि वह विकलांग  था और वह तेजी से दौड़कर भाग नही सकता था। पुलिस ने बेरहमी से पिटाई कर हत्या के बाद हादसा का रूप देने के लिए लाश को तालाब में फेंक दिया है।

विधायक ने कहा - पुलिस ने नहीं निभाई जिम्मेदारी

वही इस मामले स्थानीय विधायक विजय कुमार सिंह उर्फ डबलू सिंह ने पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाये है। कहा कि पुलिस के कहे अनुसार यदि शराब तस्कर भागने के दौरान तालाब में गिर गया था, तो पुलिस का यह नैतिक जिम्मेदारी थी कि वह उसे डूबने से बचाती, पर पुलिस ने ऐसा नही कर अपनी जिम्मेवारी से मुंह मोड़ लिया। कहा कि बिहार की पुलिस पूरी तरह संवेदनहीन है और यह घटना संवेदनहीनता की पराकाष्ठा है।

पुलिस कर रही मामले की लीपापोती

इस मामले में पुलिस का बयान मामले की लीपापोती करने वाला है। एसडीपीओ ने कहा कि पुलिस 75  लोगो को नामजद और 50 अज्ञात लोगो पर नवीननगर थाना में प्राथमिकी दर्ज की है, छापामारी की जा रही है। जल्द ही आरोपी सलाखों के पीछे होंगे।

गौरतलब है कि नबीनगर पुलिस शराब तस्कर को गिरफ्तार करने गई थी। इसी दौरान यह सब हुआ जबकि हादसे के बाद आक्रोशित हुए लोगो ने पुलिस पर हमला बोलते हुए पुलिस का एक वाहन फूंक दिया था जिसका एक वीडियो भी वायरल है।

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