बिहार उत्तरप्रदेश मध्यप्रदेश उत्तराखंड झारखंड छत्तीसगढ़ राजस्थान पंजाब हरियाणा हिमाचल प्रदेश दिल्ली पश्चिम बंगाल

LATEST NEWS

भाजपा के संकटमोचक के जन्मदिन पर छिड़ा पोस्टर वार, सियासी शतरंज पर नए साल में बदलाव के संकेत

भाजपा के संकटमोचक के जन्मदिन पर छिड़ा पोस्टर वार, सियासी शतरंज पर नए साल में बदलाव के संकेत

पटना.  बिहार की सियासय में इन दिनों काफी हलचल देखने को मिल रहा है। लोकसभा चुनाव होने में कुछ ही महीने बचे हैं। ऐसे में बिहार में तेजी से पोस्टर पॉलिटिक्स की जा रही है। पोस्टर के जरिए पक्ष विपक्ष के नेता एक दूसरे को ताकतवार बता दे रहे हैं। ऐसे में पटना की सड़कों पर एक ओर पोस्टर लगा दिया गया है। पोस्टर राज्यसभा सांसद और पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी के लिए लगाया गया है। इस पोस्टर में सुशील मोदी को बिहार भाजपा का संकटमोचक बताया गया है। वहीं इस पोस्टर के लगने के बाद एक बार फिर सियासी बयानबाजियों का दौर शुरू हो गया है। 

दरअसल, कल यानी 5 जनवरी को सुशील मोदी का जन्मदिन है। सुशील मोदी के जन्मदिन को लेकर उनके समर्थकों के द्वारा पोस्टर लगाया जा रहा है। साथ ही उन्हें जन्मदिन की बधाई भी दी जा रही है। इसी क्रम में पटना सड़कों पर सुशील मोदी के लिए एक और पोस्टर लगाया गया है। जिसमें उनको जन्मदिन की बधाई देने के साथ-साथ भाजपा का संकटमोचक भी बताया गया है। यह पोस्टर सुशील कुमार मोदी फैन्स एसोसिएशन के द्वारा लगाया गया है। पोस्टर में संकटमोचन हनुमान जी की बड़ी सी तस्वीर है, जिसके आगे सुशील मोगी की तस्वीर लगाई गई है और पोस्टर पर लिखा है, " 5 जनवरी जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएं" "बिहार भाजपा के संकटमोतचक"।

वहीं कुछ दिनों पहले भी सुशील मोदी को जन्मदिन की बधाई को लेकर पोस्टर लगाई गई थी, जिसमें उन्हें बिहार भाजपा के भीष्म पितामह बताया गया था। वहीं एक बार फिर सुशील मोदी को जन्मदिन की बधाई के साथ उन्हें बिहार भाजपा के संकटमोचक बताया गया है। मालूम हो कि, बिहार के राजनीति में सुशील मोदी की अहम भूमिका है। वह विपक्षी पार्टियों पर आए दिन हमलावार रहते हैं। बीते दिन सुशील मोदी ने कहा था कि 29 दिसंबर तक सीएम नीतीश ललन सिंह को पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के पद से हटा देंगे और खूद राष्ट्रीय अध्यक्ष का पद संभाल लेंगे। और हुआ भी कुछ ऐसे ही जदयू के राष्ट्रीय कार्याकरणी और राष्ट्रीय परिषद की बैठक में ललन सिंह के इस्तीफे को स्वीकार कर लिया गया और सीएम अब पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष बन चुके हैं। 

बात अगर 2017 की करें तो उस वक्त नीतीश कुमार लालू यादव से गठबंधन को तोड़कर बीजेपी के साथ आ गए। इसमें भी सुशील मोदी की अहम भूमिका बताई जा रही थी। वहीं सुशील मोदी लगातार अपनी बयानों से विपक्ष को हमलावार करते रहते हैं। सुशील मोदी बिहार की राजनीतिक जानकार और बिहार भाजपा के मार्गदर्शक के रुप में हैं। सुशील मोदी लंबे समय तक बिहार भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष और बिहार के उपमुख्यमंत्री भी रहे हैं। वहीं कल उनके जन्मदिन को लेकर कार्याकर्ताओं में जोश देखने को मिल रहा है। 

Suggested News