पटना. जातीय जनगणना को लेकर बिहार में सियासी पारा चढ़ा हुआ है. अब जातीय जनगणना पर कृषि मंत्री अमरेंद्र प्रताप सिंह ने बयान दिया है. उन्होंने कहा कि जनगणना केंद्र का विषय है और केंद्र सरकार को सभी राज्यों को देखना पड़ता है. साथ ही उन्होंने पूर्वर्ती कांग्रेस सरकार पर सवाल उठाते हुए कहा कि इतने सालों में कांग्रस ने अपनी सरकार के कार्यकाल में क्यों नहीं जनगणना करवाई.
उन्होंने कहा कि पहली बार देश में जातीय जनगणना 1931 में ब्रिटिशों ने करवाई थी. इसके बाद देश में कभी नहीं जातीय जनगणना करवाई गयी. उन्होंने सीएम नीतीश द्वारा भेजे गये पीएम मोदी को पत्र, और 10 दिनों बाद भी मुलाकात नहीं होने पर कहा कि ये देश के प्रधानमंत्री और सीएम के बीच की बात है. इस पर पीएम और सीएम ही बता सकते है.
साथ ही उन्होंने तेजस्वी यादव के पीएम मोदी द्वारा सीएम के अपमान वाले बयान पर कहा कि तेजस्वी की अपनी सोच है, और इस पर वे किसी प्रकार की टिप्पणी नहीं करना चाहते. बता दें कि सीएम नीतीश कुमार ने जातीय जनगणना को लेकर पीएम मोदी को पत्र लिखा था, लेकिन अभी तक पीएम और सीएम के बीच मुलाकात नहीं हो सकी है. इसको लेकर तेजस्वी ने कहा था कि पीएम मोदी सीएम नीतीश का अपमान कर रहे है.
बता दें कि बिहार में जातीय जनगणना को लेकर लागातर बयान बाजी हो रही है. विपक्षी दल लगातार सरकार पर जतीय जनगणना को लेकर दबाव डाल रहा है. इस बीच तेजस्वी ने मोदी सरकरा को चेतावनी भी दे डाली कि यदि देश में जातीय जनगणना नहीं होगी, तो राजद दिल्ली में प्रदर्शन करेगी और जंतर-मंतर पर धरना देगी.