PATNA : चुनाव आते ही सभी दलों को दलित-महादलित की चिंता सताने लगती है। इसको लेकर पार्टियों ने जिलों में सम्मेलन भी शुरू कर दिया है। सबसे आतुर जदयू दिख रही है। जदयू सांसद आरसीपी सिंह ने तो दलित-महादलित पर अपना दावा ही ठोंक दिया। उनका कहना है कि विपक्षी पार्टियां तो दलित-महादलित जानती भी नहीं हैं। महादलित भी जदयू ने ही बनाया है। पिछड़ा-अतिपिछड़ा भी नीतीश सरकार की ही देन है।
चुनाव आते ही सताने लगती है दलित-महादलित की चिंता
जदयू को चिंता है कि चुनाव आते-आते विपक्ष कहीं एससी वोटरों को उससे दूर न कर दे। इसलिए समय रहते इस वोटबैंक पर पकड़ बनाए रखने की कवायद शुरू कर दी गयी है। जदयू के राष्ट्रीय महासचिव और सांसद आरसीपी सिंह ने कहा कि विपक्ष के लोग अनुसूचित जाति को कहीं दिग्भ्रमित न कर दें, इसलिए गांव-गांव जाकर नीतीश सरकार की कल्याणकारी योजनाओं को बताया जा रहा है।
दलित-महादलित सम्मेलन इसी नीति का हिस्सा है। बता दें कि शिड्यूल्ड कास्ट वोटरों पर पकड़ बनाये रखने के लिए जदयू राज्य भर में दलित-महादलित सम्मेलन आयोजित कर रहा है।
राज्य भर में हो रहा है सम्मेलन
शनिवार, 6 अक्टूबर को बिहारशरीफ के श्रम कल्याण केंद्र के मैदान में जदयू द्वारा दलित-महादलित सम्मेलन का आयोजन किया गया था जिसका उद्घाटन राज्य सभा सांसद सह पार्टी के महासचिव आरसीपी सिंह ने किया। सम्मेलन में प्रभारी मंत्री शैलेश कुमार और ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार, सांसद कौशलेंद्र कुमार और राजगीर के विधायक रवि ज्योति के अलावे कई विधायक और विधान पार्षदों ने हिस्सा लिया।
नालंदा से प्रणय राज की रिपोर्ट