NALANDA : बिहारशरीफ सदर अस्पताल में एक भर्ती मरीज द्वारा मृतक के गले से सोने का लॉकेट काटते एक मरीज को लोगों ने रंगे हाथों पकड़ कर डॉक्टर के हवाले कर दिया । जांच के बाद घटना सत्य प्रतीत होने के बाद डॉक्टर ने तुरंत उसे अस्पताल के बाहर निकाल दिया ।
डीएस डॉक्टर अशोक कुमार ने बताया कि बिहारशरीफ निवासी प्रेमचंद अक्सर किसी न किसी तरह के बीमारी का बहाना बनाकर अस्पताल में भर्ती हो जाता था । ठीक होने पर डॉक्टर द्वारा उसे छुट्टी दे दी जाती थी। फिर भी अगले दिन वह नई बीमारी का बहाना बनाकर आ जाता था। उसे पावापुरी मेडिकल कॉलेज भी रेफर किया गया मगर वह अस्पताल में ही अपना अड्डा जमाया हुआ था। सोमवार की रात उसकी हरकत को देखते हुए उसे अस्पताल से तुरंत हटा दिया गया।
साथ ही स्वास्थ्य कर्मियों व गार्ड को आदेश दिया गया है कि इस तरह के कार्य दोबारा ना हो। अस्पताल आने वाले किसी तरह के मरीज की मौत हो जाने के बाद उसकी पूरी जवाबदेही स्वास्थ्य कर्मियों की होती है । इसलिए ड्यूटी के दौरान चौकन्ना रहे ।
उन्होंने बताया कि मरीज के पास से मिला लॉकेट उनके पास रखा हुआ है जब भी परिजन आएंगे उन्हें मिल जाएगा। स्वास्थ्य कर्मियों की माने तो उसकी हरकत संदिग्ध रहा करता था । न जाने इसके पहले भी वह इस तरह की कई घटनाओं को अंजाम दिया हो ।