DESK: एक तरफ पूरा देश यहां कोरोना संक्रमण की मार झेल रहा है और स्थिति काबू से बाहर होती जा रही है. वहीं दूसरी तरफ मध्यप्रदेश के कटनी जिले में कुछ ऐसे गांव हैं जहां कोरोना नहीं पहुंच पाया है. यहां ग्रामीणों ने खुद को इतना अनुशासित कर रखा है कि कोरोना संक्रमण यहां फटक भी नहीं सकता.
कटनी जिले के 310 गांव ऐसे हैं जहां लोगों ने आपसी समझदारी और अनुशासन के दम पर कोरोना को गांव में घुसने का मौका ही नहीं दिया. यहां ग्रामीण खुद से जनता कर्फ्यू का सख्ती से पालन कर रहे हैं और गांव के प्रवेश द्वार को भी बंद कर देते हैं. इसके साथ ही यह सामाजिक दूरी और मास्क लगाने का भी पालन कर रहे हैं. इस गांव में जो भी व्यक्ति नियम तोड़ता है उसे गांव में ही जुर्माना लगाने की कार्रवाई की जाती है.
जिन जनपद पंचायतों में ग्राम पंचायतों में कोरोना के एक्टिव केस एक भी नहीं है उनमें बहोरीबंद जनपद पंचायत के 68, ढीमरखेड़ा के 59, बड़वारा के 56, कटनी के 46, विजयराघवगढ़ 45, रीठी के 36 गांव शामिल हैं. इसके अलावा जिन गांव में कोरोना के एक्टिव केस 1 से 4 के बीच है उसमें बहोरीबंद जनपद पंचायत के 8 गांव, ढीमरखेड़ा के 9, बड़वारा के 10, कटनी के 12, विजयराघवगढ़ के 27 और रीठी के 18 गांव शामिल है. इसी तरह जिन ग्राम पंचायतों में 5 से ज्यादा एक्टिव केस हैं उसमें बहोरीबंद में 3 गांव, ढीमरखेड़ा में 5, बड़वारा में एक भी नहीं, कटनी में 1, विजयराघवगढ़ में 2 और रीठी के 2 गांव शामिल है.
कलेक्टर प्रियांक मिश्रा के अनुसार कटनी जिले के 310 गांव ऐसे हैं जहां कोरोना के एक भी एक्टिव केस नहीं हैं. कुछ गांव में मामले हैं भी तो संख्या बहुत कम है. गांव को कोरोना मुक्त रखने के लिए ग्रामीण अभी भी प्रयासरत हैं. बाहरियों का प्रवेश रोकने से लेकर गांव के अंदर मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग जैसे उपाय अपना रहे हैं.