KATIHAR: जिले में अपने हुनर के दम पर आपदा को अवसर में बदल रहे हैं संगीता बनर्जी और उनके पति कालिदास बनर्जी. कटिहार के रौतारा गांव के रहने वाले कालिदास बनर्जी आम बगीचे के मालिक हैं. लॉकडाउन के बीच कुछ आम बर्बाद होते देख उनकी पत्नी ने इस आम से अचार और जैम बनाकर स्थानीय ग्रामीणों में ही इसे बेचना शुरू किया, इससे उन्हें काफी फायदा हुआ.
संगीता बनर्जी ने बताया कि लॉकडाउन के वक्त में कोई किसी के घर जा नहीं सकता, इसलिए उनका काफी वक्त बच रहा था. इस दौरान बगीचे के आम को बर्बाद होते देख उन्हें इससे जैम और अचार बनाने का विचार आया. दंपति ने पहले छोटे स्तर पर यह कारोबार शुरू किया और घर के बने ताजे जैम और अचार ग्रामीण बाजार में बेचे. लोगों को उनके उत्पाद इतने पसंद आए कि अब वो दोनों इस स्वरोजगार को बड़े स्तर पर ले जाना चाहते हैं.
संगीता बनर्जी पहले से ही अपने परिवार के लिए आम से जुड़े कई तरह की चीजें बनाती रहती थी. ऐसे में पति के सहयोग से अब वह इसे बड़े स्तर पर ले जाना चाहती हैं. फिलहाल लॉकडाउन में समय के सदुपयोग करते हुए घर में ही हर रोज 2 से 5 किलो अचार और जैम बनाते हैं, फिर इसकी पैकिंग कर ग्रामीण बाजार में बेच देत हैं. बाजार से अच्छा रिस्पांस मिलने से उत्साहित यह दंपति अब इसे बड़े स्तर पर करने पर विचार कर रहे हैं ताकि ग्रामीण स्तर पर खासकर महिलाओं के लिए भी ये रोजगार सृजन का माध्यम बने सके.