NEWS4NATION DESK: प्रेम का प्रतीक माना जाने
वाला गुलाब हर किसी को प्यारा होता है. इसकी खुशबु और लाल रंग सभी को आकर्षित करती
है खासकर प्यार करने वालों को. घर की शोभा हो या प्यार का इज़हार गुलाब की
लोकप्रियता सभी के बीच होती है. गुलाब की तरफ लोगों का प्यार देखकर महाराष्ट्र के
नागपुर के माणेवाडा की रहने वाली प्रणाली शेवाले को इसकी खेती के लिए आकर्षित
किया। एग्रीकल्चर में डिप्लोमा करने के बाद जब नौकरी नहीं मिली तो उन्होंने गुलाब
की खेती करनी शुरू कर दी.
प्रणाली ने एक मीडिया हाउस
के साथ बातचीत में बताया की हॉर्टिकल्चर में डिप्लोमा करने के बाद उन्होंने सरकारी
नौकरी की तलाश शुरू कर दी लेकिन कोई भी सरकारी नौकरी हाथ नहीं है. फिर उन्हें
गुलाब में मौका दिखा, बचपन से गुलाब के प्रति प्यार के चलते उनको इसमें
बिजनेस करने का सोचा। प्रणाली ने देखा की बाजार में गुलाब को लेकर मांग काफी है और
लोग इसे अलग-अलग अवसर पर इस्तेमाल करते हैं.
प्रणाली ने देखा कि जन्मदिन, सालगिरह, वैलेंटाइन डे और मदर्स डे जैसे अवसर पर गुलाब के
इस्तेमाल का चलन बढ़ा है। इसलिए उन्होंने नागपुर स्थित एग्री क्लिनिक एंड एग्री
बिजनेस सेंटर्स से दो महीने की ट्रेनिंग ली। ट्रेनिंग पूरी होने के बाद प्रणाली
पॉलीहाउस एंड फ्लोरिकल्चर की शुरुआत की।
ट्रेनिंग पूरी करने के बाद
प्रणाली ने अपने पिता की मदद से एक एकड़ जमीन लीज पर ली और गुलाब की खेती के लिए
पॉलीहाउस की नींव रखी. प्रणाली के इस प्रोजेक्ट पर किसी भी बैंक ने भरोसा नहीं
किया जिसके कारण उन्हें करीब ६ महीने तक लोन नहीं मिला। छह महीने बाद बैंक ऑफ
इंडिया से उन्हें 13 लाख रुपए का लोन लिया। 13 लाख का लोन और कुछ जमा पूंजी से 10,000 वर्ग फुट
में पॉलीहाउस बनाकर टॉप सीक्रेट वैरायटी के साथ गुलाब की खेती शुरू की। इस
प्रोजेक्ट पर उनको कुल 16 लाख रुपए का खर्च आया।
प्रणाली के मुताबिक, गुलाब की खेती से वह हरेक महीने 50 हजार रुपए की कमाई कर लेती
हैं। कभी-कभी कमाई कम भी होती है। पहली बार उनको गुलाब की खेती से 35 हजार रुपए का मुनाफा हुआ था।