पटना. चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर के नाम देश के प्रधानमंत्री और कई राज्यों में मुख्यमंत्री बनाने की सफलता का सेहरा है. पीके के नाम से प्रसिद्ध प्रशांत किशोर अब इसी क्रम में 500 करोड़ रुपए में एक और राज्य में मुख्यमंत्री बनाने की योजना पर काम कर सकते हैं. यह दावा कांग्रेस पार्टी की ओर से किया गया है.
कांग्रेस ने कहा है कि तेलंगाना की सत्तारूढ़ तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) फिर से सत्ता पर काबिज होने के लिए चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर को 500 करोड़ रुपये की पेशकश कर रही है. यह दावा कांग्रेस ने किया है. तेलंगाना में 2023 में विधानसभा चुनाव होने हैं. कांग्रेस का कहना है कि तेलंगाना में एंटी-इनकंबेंसी है. टीआरएस में हार का डर समा गया है. कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि टीआरएस ने राष्ट्रपति के चुनाव से लेकर कृषि विधेयकों तक में भाजपा को अपनी मौन सहमति दी थी. कांग्रेस ने तेलंगाना के मुख्यमंत्री चंद्रशेखर राव (केसीआर) की पार्टी टीआरएस पर कई संगीन आरोप लगाये हैं.
केसीआर के एक करीबी के अनुसार प्रशांत किशोर (पीके) और केसीआर दोनों संपर्क में हैं. हाल ही में प्रशांत किशोर ने टीआरएस प्रमुख के निर्वाचन क्षेत्र गजवेल का भी दौरा किया और उनकी सरकार के प्रमुख कलेश्वरम परियोजना स्थल का भी दौरा किया. कांग्रेस के प्रवक्ता दासोजू श्रवण ने जानकारी दी क 2018 के विधानसभा चुनाव में टीआरएस को 41 फीसदी, कांग्रेस को 30 फीसदी और भाजपा को केवल 19 फीसदी वोट हासिल हुए थे. कांग्रेस वोट शेयरिंग के मामले में दूसरे स्थान पर थी. दावा किया कि इस बार कांग्रेस आगामी चुनाव में टीआरएस को कड़ी टक्कर देगी और उसे हार का सामना करना पड़ेगा.
सत्ता के गलियारे में यह चर्चा है कि अब केंद्र की राजनीति में पूरी ताकत से उतरने के लिए टीआरएस प्रमुख और तेलंगाना के सीएम केसीआर आई-पैक (I-PAC) की सेवा ले सकते हैं. 23 फरवरी को मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव ने राष्ट्रीय राजनीति में उतरने का संकेत देते हुए कहा कि मैं राष्ट्रीय राजनीति को प्रभावित करने की दिशा में आगे बढ़ रहा हूं. वे भाजपा की तरफ से लायी गयी जनविरोधी नीतियों और विकास के मुद्दे पर सभी दलों को साथ जोड़ेंगे और देश में सब कुछ ठीक कर देंगे.
राव ने राष्ट्रीय स्तर पर भाजपा के खिलाफ समान विचारधारा वाले दलों को एक साथ लाने की कोशिशें शुरू कर दी हैं. इन्हीं प्रयासों के तहत केसीआर ने महाराष्ट्र के अपने समकक्ष उद्धव ठाकरे और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) अध्यक्ष शरद पवार से अलग-अलग मुलाकात की थी. वहीं, प्रशांत किशोर के भूपालपल्ली दौरे में उनके साथ भाजपा के कट्टर आलोचक अभिनेता प्रकाश राज भी थे. प्रकाश मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के साथ बैठक में केसीआर के साथ गये थे. चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर नरेंद्र मोदी, नीतीश कुमार, ममता बनर्जी, आंध्र प्रदेश में जगन रेड्डी और तमिलनाड़ु में डीएमके नेता एमके स्टालिन के लिए काम कर चुके हैं.