BEGUSARAI : सिमरिया गंगा धाम में 29 अक्टूबर से लगने वाले कुंभ की तैयारी युद्धस्तर पर चल रही है। इस कुंभ में अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद से जुड़े कई महामंडलेश्वर सहित देश के विभिन्न राज्यों से साधु-संत पधार रहे हैं। इसके लिए व्यापक व्यवस्था की जा रही है।
शुक्रवार को आयोजित प्रेसवार्ता में इसकी विस्तार से जानकारी कुंभ सेवा समिति द्वारा दी गई। प्रेसवार्ता में कुंभ सेवा समिति के अध्यक्ष डॉ. नलिनी रंजन सिंह ने कहा कि शास्त्र पर आधारित कुंभ की शुरुआत बेगूसराय के सिमरिया में 2011 में की गई थी। 2017 के कुंभ में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी आए थे। कुंभ का आयोजन सिर्फ सनातन धर्म का प्रतीक नहीं, बल्कि सांस्कृतिक, ऐतिहासिक और सामाजिक धरोहर है।
कुंभ सेवा समिति के महासचिव एवं भाजपा के पूर्व राष्ट्रीय मंत्री रजनीश कुमार ने कहा कि यह सिर्फ आध्यात्मिक कार्यक्रम नहीं, बल्कि विकास और सांस्कृतिक उपलब्धि है। देश में चार जगह पर कुंभ लगता था, लेकिन संत समाज, शास्त्र और स्वामी चिंतामन जी के प्रयास से 2011 एवं 2017 में सिमरिया में जब कुंभ लगा तो आस्था के इस कुंभ में देशभर के लाखों लोग आए। कुंभ के बाद ही सिमरिया का विकास शुरू किया गया।
इस दिन होगा शाही स्नान
अर्द्धकुंभ मेले की जानकारी देते हुए समिति के उपाध्यक्ष ने बताया कि मेले में आनेवाले लोगों के ठहरने के लिए व्यापक स्तर पर इंतजाम किए जा रहे हैं। ताकि किसी को कोई परेशानी नहीं हो। उन्होंने बताया कि मेले में पहला शाही स्नान 9 नंवबर को और दूसरा शाही स्नान 23 नवंबर को होगा। वहीं 27 नवंबर को पूर्णिमा के दिन मेले का समापन होगा।