MOTIHARI : मोतिहारी जिले के ढ़ाका न्यायालय परिसर में जेल से पेशी के लिए आए कैदी ने गमछा में आग लगाकर आत्मदाह का प्रयास किया। हालाँकि अन्य कैदियों के अलावा सुरक्षाकर्मियों और अधिवक्ताओं के तत्परता से आग पर काबू पाया लिया गया। लेकिन आग से देवेंद्र ठाकुर का चेहरा और बाल झुल गया है। घटना के दौरान कोर्ट परिसर में अफरा-तफरी मची रही। वहीँ घटना की सूचना पर स्थानीय पुलिस भी कोर्ट पहुंची।
बताया जाता है कि कुंडवाचैनपुर थाना क्षेत्र के खरुआ गांव के रहने वाले देवेंद्र ठाकुर मारपीट के एक मामले में पिछले दो माह से मोतिहारी सेंट्रल जेल में बंद हैं। शनिवार को देवेंद्र ठाकुर को जेल से सिकरहना अनुमंडलीय न्यायालय में कैदी भान से तारीख पर लाया गया था। कैदी भान से उतरने के बाद उसे दूसरे मामलों के अन्य दो बंदियों के साथ न्यायालय के हाजत में ले जाया जा रहा था।
इसी दौरान उसने अपने गला में लपेटे गमछा में आग लगा लिया। जिसे देखकर उसके साथ जा रहे अन्य कैदियों ने शोर मचाते हुए आग को बुझाने का प्रयास किया। सुरक्षा कर्मी और वहां मौजूद अधिवक्ताओं के सहयोग से गमछा के आग को बुझाया गया। इस घटना में देवेंद्र ठाकुर का चेहरा और बाल हल्का झुलस गया है। जिसे इलाज के लिए सिकरहना अनुमंडलीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
घटना के बारे में सिकरहना डीएसपी राजेश कुमार ने बताया कि पेशी के समय देवेंद्र ठाकुर की पत्नी मिलने आई थी। पत्नी को डांटते हुए देवेंद्र ने जल्दी से बेल कराने के लिए कहा। उसके बाद हाजत में जाते समय उसने आग लगाने का प्रयास किया। उन्होंने बताया कि उसके पास सलाई कहां से आई। इसकी जांच की जा रही है।
मोतिहारी से हिमांशु की रिपोर्ट