सरकार लगातार नक्सलियों पर लगाम कसने की कवायद में जुटी है। उनलोगों के आर्थिक साम्राज्य को ध्वस्त किया जा रहा है। इसी क्रम में प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारियों ने नक्सली विनय यादव की संपत्ति को जब्त किया। अधिकारियों ने बताया कि उसकी कुल संपत्ति का मूल्य 76 लाख, 98 हजार, 359 रुपया है। विनय के बारे में कहा जाता है कि वो बहुत ही खूंखार नक्सली है। उसके ऊपर बिहार-झारखंड में मिलाकर 50 से अधिक मामले दर्ज हैं। ज्यादातर मामले रंगदारी, हत्या व लूट से संबंधित हैं। पुलिस लगातार विनय की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है लेकिन हर बार वो पुलिस को चकमा देकर फरार होने में कामयाब हो जाता है। फिलहाल उसने अपना ठिकाना झारखंड में बना रखा है।
सारंडा के जंगलों में वो 6 महीने से अपने साथियों के साथ रह रहा है। कहा जा रहा है
कि वहीं से वो आपराधिक वारदातों को अंजाम देने की योजना बनाता है। बिहार सरकार ने
उसपर 3 लाख और झारखंड सरकार ने 15 लाख रुपये का इनाम घोषित कर रखा है। मूल रूप से
विनय औरंगाबाद के अंबा थाना के देऊरा गांव का रहनेवाला है। एमसीसी माओवादी मध्य
जोन बिहार रिजनल कमिटी का वो सक्रिय मेंबर है। कहा जाता है कि नक्सली नेता संदीप
जी के साथ भी उसके मधुर संबंध हैं। चक्रबंधा के जंगली इलाकों में अक्सर वो उनके
दस्ते के साथ घूमते देखा गया है।