PATNA : सवर्णों की नाराजगी का अब भाजपा नेताओं पर असर दिखने लगा है। केन्द्रीय मंत्री अश्विनी चौबे ने कहा है कि पटना में प्रदर्शन के दौरान सवर्णों पर पुलिस लाठीचार्ज की कोई जरूरत नहीं थी। शांतिपूर्ण प्रदर्शन करने वालों पर पुलिस को लाठीचार्ज नहीं करना चाहिए था। उन्होंने अपने प्रति सवर्णों की नाराजगी पर भी सफाई दी। शनिवार को दिल्ली से पटना लौटने पर उन्होंने मीडिया के कई सवालों के जवाब दिये।
सवर्ण समुदाय पर लाठीचार्ज का किया विरोध
6 सितम्बर को भारत बंद के दौरान पुलिस ने पटना में प्रदर्शन कर रहे सवर्णों पर जम कर लाठियां चटकायीं थीं। पुलिस लाठीचार्ज में कई प्रदर्शनकारी घायल हुए थे। इसके बाद सवर्ण समुदाय में भाजपा के खिलाफ गुस्सा फूट पड़ा। सवर्ण समुदाय ने आरक्षण की मांग पर भाजपा से सवाल पूछने शुरू कर दिये। एक सवाल के जवाब में अश्विनी चौबे ने कहा कि पटना में प्रदर्शन कर रहे सवर्णों पर लाठी चलाने की जरूरत नहीं थी। वे शांतिपूर्ण तरीके से अपनी मांग उठा रहे थे। ऐसे में पुलिस को उन पर लाठीचार्ज नहीं करना चाहिए था।
काला कपड़ा दिखाये जाने पर दी सफाई
बक्सर के सांसद अश्विनी चौबे भागलपुर के रहने वाले हैं। कुछ दिन पहले भागलपुर से दिल्ली जाने के लिए वे नौगछिया स्टेशन पर आये थे। वहां सवर्ण सेना ने उनको काला कपड़ा दिखा कर अपना विरोध जताया था। इस संबंध में अश्विनी चौबे ने सफाई दी। उन्होंने कहा कि हम लोगों ने तय किया है कि एससी-एसटी एक्ट का कोई दुरुपयोग न करे। जहां सवर्णों की नाराजगी का सवाल है, या काला कपड़ा दिखाने का सवाल है तो यह सब कन्फ्यूजन में किया जा रहा है। उनका कन्फ्यूजन दूर हो जाएगा। जिन लोगों ने मुझे काला कपड़ा दिखाया बाद में उन्ही लोगों ने मेरे साथ भारत माता की जय का नारा भी लगाया।
कानून व्यस्था पर कहा- बिहार में पुलिस मुस्तैद
केन्द्रीय मंत्री अश्विनी चौबे ने कहा कि बिहार जो भी आपराधिक घटनाएं हो रही हैं वे दुखद हैं। लेकिन इस मामले में यह भी देखा जाना चाहिए कि हर मामले में पुलिस तुरंत कार्रवाई कर आरोपियों को पकड़ रही है। पुलिस की मुस्तैदी से ही मुंगेर में अत्याधुनिक हथियार पकड़े गये। आपराधिक घटनाओं में जो भी दोषी हैं, उनको बख्शा नहीं जा रहा है। हां, पुलिस अपराधियों का हौसला पस्त करने के लिए कुछ और सख्त कदम उठाये।
पटना से नीरज की रिपोर्ट