पश्चिम चंपारण: पुरुष नसबंदी एक छोटी सी प्रक्रिया है। जो बहुत सुरक्षित है. डीसीएम(आशा) जिला सामुदायिक उत्प्रेरक राजेश कुमार ने नसबंदी के बारे में बताया और लोगों को जागरूक किया। उन्होंने आगे बताया कि सरकार द्वारा परिवार कल्याण कार्यक्रम के अंतर्गत होने वाले पुरुष नसबन्दी में पश्चिम चंपारण जिला अवल हैं। प.चम्पारण जिला में अप्रैल से अगस्त 2018 तक कुल 471 पुरुष का नसबन्दी किया गया है.
इस कार्यक्रम के दौरान जिन पुरुषों का नसबन्दी किया गया उन्हें 3 हजार नगद एवं साथ में उपहार के तौर पर सीलिंग पंखा भी दिया गया। यह कार्य एक चुनौती के समान है. इसके बाद भी कठिन परिश्रम करते हुए पूरे भारत मे पश्चिम चंपारण जिला के टीम द्वारा देश मे जिले को पुरुष नसबन्दी में सबसे ऊपर लेकर गए हैं। पूरे भारत मे 13593 पुरुष ने अपना नसबन्दी कराया, जिसमे बिहार में 1707 पुरूष अपना नसबन्दी कराया, महाराष्ट्र में 1694 पुरुष नसबन्दी कराए वही उत्तरप्रदेश में 1171 पुरुष नसबन्दी कराया है। जिसमे बिहार के पश्चिम चम्पारण जिला यहा के आशा की सहयोग से देश मे अवल रही। साथ ही गर्भवती टेस्टिंग किट में वेस्ट बंगाल में 758878 संख्या रहा, उत्तर प्रदेश में 721851 संख्या रहा वही एमपी में 466101 संख्या रहा है।
पी0पी0आई0यू0सी0डी0 में पूरे भारत 789858 संख्या रहा। भारत में पुरुष नसबन्दी में बिहार आगे हैं। वहीँ बिहार में भी पश्चिम चंपारण जिला सबसे आगे हैं। जिसमें जिले के टीम व आशा की सहयोग से पश्चिम चंपारण जिला देश मे सबसे ऊपरी पायदान पर हैं। साथ ही डीसीएम(आशा) जिला सामुदायिक उत्प्रेरक राजेश कुमार ने बताया कि सभी को सोच बदलने की जरूरत हैं। इस मामले मे लौरिया रेफरल स्वास्थय केंद्र के चिकित्सा प्रभारी अब्दुल गणी ने बताया कि समाज मे जागरूकता फैलाने के पुरुष नसबंदी हो इसका हर तरह से प्रचार प्रसार कराया जा रहा है. उन्होंने यह भी बताया कि महिलाओं को भी दो-दो हजार रुपया दिया जाता है. ऑपरेशन कराने पर साथ दवाए मुफ्त में दी जाती है |