BANKA : एनडीए में सीट बंटवारे का साइड इफेक्ट दिखना शुरू हो गया है। बीजेपी नेता और पूर्व सांसद पुतुल सिंह ने बीजेपी से बगावत कर दी है। बांका से बीजेपी टिकट की उम्मीद लगाए बैठीं पुतुल सिंह को उस वक़्त निराशा हाथ लगी जब बांका सीट जेडीयू के पाले में चली गई।
बांका पहुंची पुतुल सिंह ने अपने समर्थकों के साथ बैठक के बाद आखिरकार यह फैसला किया है कि वह बांका से निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव मैदान में उतरेंगीं। पुतुल सिंह आगामी 25 मार्च को अपना नामांकन दाखिल करने जा रही हैं। पूर्व केंद्रीय मंत्री स्व दिग्विजय सिंह की पत्नी पुतुल सिंह बांका लोकसभा सीट से सांसद रह चुकी हैं। 2014 के लोकसभा चुनाव में उन्होंने आरजेडी के जयप्रकाश नारायण यादव को कड़ी टक्कर दी थी। लेकिन वह आखिरकार लगभग 10 हजार वोट से चुनाव हार गईं थीं।
पुतुल सिंह ने पार्टी लाइन से अलग जाते हुए यह स्पष्ट कर दिया है कि बांका लोकसभा क्षेत्र उनके पति पूर्व केंद्रीय मंत्री स्वर्गीय दिग्विजय सिंह की यादें जुड़ी हैं और वह मूकदर्शक बनकर इस क्षेत्र की जनता को उसके हाल पर नहीं छोड़ सकतीं। लिहाजा बांका की जनता के लिए वह निर्दलीय चुनाव लड़ेंगी। समता पार्टी के दौर से दिग्विजय सिंह जॉर्ज फर्नांडिस और नीतीश कुमार के साथ रहे लेकिन जब साल 2009 में पार्टी ने उन्हें टिकट नहीं दिया तो दिग्विजय सिंह ने निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव में जीत हासिल की। तब उनके सामने जेडीयू के उम्मीदवार दामोदर रावत तीसरे स्थान पर रह गए थे।