पटना. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के राज्यसभा जाने की अटकलों पर पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने उनका समर्थन किया है. उन्होंने गुरुवार को तंज भरे अंदाज में कहा कि नीतीश कुमार अगर राज्यसभा जाना चाहते हैं तो उनको कोई नहीं रोकेगा. उन्हें राज्यसभा जाने से कोई मना नहीं करेगा. दरअसल सीएम नीतीश को लेकर कहा जा रहा है कि वे इस वर्ष होने वाले उप राष्ट्रपति चुनाव में एनडीए की ओर से उम्मीदवार बनाये जा सकते हैं. ऐसे में अगर सीएम नीतीश देश के उप राष्ट्रपति बनते हैं तो वे राज्यसभा के सभापति भी हो जाएंगे. इसी कारण उनके राज्यसभा जाने की बातें की जा रही है.
विधानमंडल परिसर में संवाददाताओं से बात करते हुए राबड़ी देवी ने भी नीतीश कुमार के राज्यसभा जाने के सवाल पर अनोखे अंदाज में तंज कसा. उन्होंने कहा कि अगर वे जाना चाहते हैं तो हर कोई चाहेगा कि वे राज्यसभा जाएं. दरअसल नीतीश कुमार को लेकर पिछले कुछ सप्ताह के दौरान कई प्रकार की अटकलें सामने आई हैं.
पहले कहा गया कि सीएम नीतीश को विपक्ष के दलों की ओर से राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाया जाएगा. पिछले महीने दिल्ली में प्रशांत किशोर से हुई नीतीश कुमार की मुलाकात और तेलंगाना के मुख्यमंत्री केसी राव के देश के गैर कांग्रेसी दलों के नेताओं से लगातार हो रही मुलाकात को राष्ट्रपति चुनाव से जोड़कर देखा जा रहा है. हालांकि बाद में नीतीश कुमार ने इन खबरों का खंडन किया था. उन्होंने कहा कि पता नहीं कौन लोग ऐसी बातें चला रहे हैं.
वहीं अब सीएम नीतीश के उपराष्ट्रपति बनने की चर्चा तेज हो गई है. एक दिन पहले ही नीतीश कुमार से कुछ मीडियाकर्मियों की हुई बातचीत में उनसे राष्ट्रपति और उप राष्ट्रपति को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने इशारों में राजसभा जाने की बात की.
नीतीश से जब पूछा गया कि इन दिनों जो वे अपने पुराने लोकसभा क्षेत्र में बाढ़ का दौरा कर रहे हैं तो क्या आने वाले लोकसभा चुनाव में एक बार फिर नालंदा से उम्मीदवार हो सकते हैं तो उन्होंने कहा कि ऐसी कोई बात नहीं और ये दौरा 2019 से प्रस्तावित था, लेकिन पिछले दो सालों में कोरोना के कारण संभव नहीं हो पाया. इसी क्रम में जब उनसे पूछा गया कि क्या राज्य सभा जाएंगे तो उन्होंने कहा कि ऐसी इच्छा है, लेकिन फ़िलहाल तो यहां की बागडोर की ज़िम्मेवारी है. यानी नीतीश कुमार अगर उप राष्ट्रपति बनते हैं तो वे राज्यसभा में सभापति के रूप में जा सकते हैं.
वहीं अब इस मुद्दे पर राबड़ी देवी ने उन्हें राजसभा भेजे जाने का समर्थन किया है. हालांकि उन्होंने तंज भरे अंदाज में कहा है कि अगर सीएम नीतीश जाते हैं तो उन्हें कौन रोकेगा. सूत्रों की मानें तो नीतीश कुमार को उप राष्ट्रपति बनाने के लिए भीतरखाने भाजपा की ओर से भी बातें चल रही है. अगर ऐसा हुआ तो बिहार में सीएम पद की कुर्सी किसी भाजपा नेता को सौपी जा सकती है. वहीं जदयू को केंद्र सरकार में कुछ अहम मंत्रालय भी मिल सकता है. साथ ही नीतीश के राष्ट्रपति बनने से बिहार में भाजपा के सामने सबसे बड़े प्रतिद्वंद्वी के रूप में राजद ही होगा . उस स्थिति में लालू-राबड़ी और तेजस्वी यादव नए सिरे से भाजपा को चुनौती देते दिख सकते हैं.